Rewa News: रीवा में चिटफंड कंपनी के विरुद्ध पुलिस ने दर्ज किया प्रकरण

समान पुलिस ने घटना को जांच में लिया, आरोपियों की सरगर्मी से पतासाजी में जुटी पुलिस

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रीवा। नौकरी के नाम पर ठगे गए बेरोजगार युवकों की न्याय की लड़ाई अब मुकाम पर पहुंचने वाली है। एक दिन पहले उनका किया गया संघर्ष काम आया और पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाली कंपनी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण कायम कर लिया है। पुलिस ने अभी दो आरोपियों को नामजद किया है जिनकी सरगर्मी से पतासाजी की जा रही है। 


बताया गया है कि स्मार्ट वैल्यू कंपनी ने बेरोजगार लड़के और लड़कियों को नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिया था। कंपनी के कर्मचारियों ने आधा सैकड़ा से ज्यादा बेरोजगारों से रुपए जमा करवाए। एक छात्र से 16 हजार रुपए जमा करवाए गए। इसके बाद उनकेा नौकरी नहीं दी गई। छात्रों द्वारा अपने रुपए वापस मांगने पर उनको कार्यालय के कर्मचारी धमका रहे थे। पूरे प्रकरण को लेकर छात्र-छात्राएं काफी समय से संघर्ष कर रहे थे। दो-दो बार समान और सिविल लाइन थाने में आवेदन दे चुके थे लेकिन पुलिस ने उनके आवेदन को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया। 


बताया गया है कि एक दिन पहले छात्र-छात्राओं ने समान थाने के बाहर हंगामा किया। सुबह वे कार्रवाई के लिए थाने के बाहर बैठ गए थे जिस पर मजबूर होकर पुलिस को आपराधिक प्रकरण कायम करना पड़ा। पुलिस ने स्मार्ट वैल्यू कंपनी के कर्मचारी मुनिराज विश्वकर्मा व निर्मल कुमार को आरोपी बनाया है जिन्होंने उनसे रुपए जमा कराए थे। फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस पकड़ से काफी बाहर है। पुलिस ने अब पूरे प्रकरण को विवेचना में लिया है।


कई लोग हुए है ठगी का शिकार
इस कंपनी के हांथों कई लोग ठगी का शिकार हुए है। इनमें शाहरुख खान, ज्योति शुक्ला, प्रिया विश्वकर्मा, दुर्गेश चौध्यारी, प्रांजल साहू, प्रतिमा पटेल, सुनीता प्रजापति, उर्मिला कोल, नेहा साकेत, मोहिनी सोंधिया, ज्योति कुशवाहा, पूनम कुशवाहा, प्रियंका सोंधिया, लक्ष्मी विश्वकर्मा, श्रेया पटेल, प्रीतू साकेत, पुष्पा प्रजापति, अनीता देवी, अर्चना सेन, अनामिका सेन, अजीत साकेत, शिवम कोल, रामधनी कुशवाहा, विवेक कुशवाहा अन्य लोग है जिन्होंने कंपनी में नौकरी के लिए रुपए जमा किए थे।


इनका कहना है-    
छात्र-छात्राओं ने एक दिन पहले थाने में आकर शिकायती आवेदन दिया था जिसमें कंपनी के द्वारा नौकरी दिलाने के एवज में रुपए लेने की जानकारी दी थी। पूरे साक्ष्यों की जांच की गई और मामला सही मिलने पर कंपनी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण कायम कर लिया गया है।
-विकास कपीस, टीआई समान