Rewa News: रीवा जिले मेें हर विद्यार्थी का शाला में प्रवेश सुनिश्चित कराएं: प्रतिभा पाल
जिले में स्कूल चलें हम अभियान आज से

रीवा। प्रदेश के साथ-साथ में जिले में भी नवीन शिक्षण सत्र वर्ष 2025-26 की शुरूआत एक अप्रैल से स्कूल चलें हम अभियान के रूप में की जाएगी। अभियान के दौरान एक से चार अप्रैल तक प्रतिदिन शालाओं में कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस संबंध में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अभियान के दौरान सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के नामांकन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि हर विद्यार्थी का शाला में प्रवेश सुनिश्चित कराएं।
जिला-शाला स्तरीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम चयनित शाला में होगा। कार्यक्रम में सांसद, विधायक एवं अन्य जन-प्रतिनिधि शामिल होंगे। उपस्थित छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें वितरित की जाएंगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने ऐसी व्यवस्था की है कि नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत में विद्यार्थियों को पाठ्य-पुस्तकें मिल जाएं।
ग्राम और बसाहट के शाला से बाहर रहे चिन्हित बच्चों का शाला में नामांकन कराया जाएगा। बच्चों के अभिभावकों का शाला स्तर पर स्वागत किया जाएगा। कक्षा-1 से 8 तक सभी शालाओं में एक अप्रैल को बालसभा का आयोजन किया जाएगा। इस दिन शालाओं में विशेष भोजन की व्यवस्था भी की गयी है।
भविष्य से भेंट कार्यक्रम
स्कूल चलें हम अभियान के दूसरे दिन शालाओं में 'भविष्य से भेंटÓ कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध, प्रबुद्ध और सम्मानित व्यक्तियों को एक प्रेरक की भूमिका में विद्यार्थियों से भेंट के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
इसी दिन स्थानीय स्तर पर विशिष्ट उपलब्धियाँ हासिल करने वाले खिलाड़ी, साहित्यकार, कलाकार, मीडिया, संचार मित्रों, पुलिस अधिकारी, राज्य शासन के अधिकारी को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा। आमंत्रित अतिथि उपस्थित बच्चों को पढ़ाई के महत्व और प्रेरणादायी कहानियाँ सुनाएंगे।
इस दौरान सामाजिक संस्था एवं आमंत्रित व्यक्ति स्वैच्छा से विद्यार्थियों को शाला उपयोगी वस्तुएँ भेंट कर सकेंगे। जिले के प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों को किसी एक शाला में जाकर एक कालखण्ड में बच्चों के साथ संवाद करने के लिए संवाद करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सांस्कृतिक एवं खेल-कूद गतिविधियाँ
'स्कूल चलें हम अभियान' के अंतर्गत 3 अप्रैल को शाला स्तर पर पालकों के साथ सांस्कृतिक एवं खेल-कूद की गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इसका उद्देश्य पालकों का विद्यालय से जुड़ाव करना है। इसी दिन शाला में उपस्थित पालकों को शैक्षणिक स्टॉफ द्वारा राज्य सरकार की स्कूल शिक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। पिछले शैक्षणिक सत्र में जिन विद्यार्थियों की 85 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति रही है, उनके पालकों को सभा में सम्मानित किया जाएगा।
हार के आगे जीत
'स्कूल चलें हम अभियान' के अंतर्गत 4 अप्रैल को ऐसे छात्रों को चिन्हित किया जाएगा, जो किन्हीं वजहों से कक्षोन्नति प्राप्त करने में असफल हो गए हैं। पालकों को इन बच्चों की आगे की पढ़ाई के लिए समझाइश दी जाएगी। इसी दिन शाला प्रबंधन और विकास समिति की बैठक भी होगी।
बैठक में नए शैक्षणिक सत्र में ऐसे बच्चों पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी, जिनका शालाओं में नामांकन नहीं हो पाया है। समिति के सदस्य अपने विद्यालयों में शत-प्रतिशत बच्चों के नामांकन की कोशिश करेंगे और वार्षिक कार्य-योजना बनाकर उसके क्रियान्वयन पर चर्चा करेंगे।