Rewa News: रीवा में बच्चे का इलाज न होने से व्यथित होकर पिता ने आग लगाने का किया प्रयास
गांधी स्मृति चिकित्सालय के बच्चा वार्ड में भर्ती है पीड़ित का बच्चा
रीवा। बच्चे को सही इलाज न मिलने से व्यथित होकर एक युवक ने आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। उस समय आसपास सुरक्षाकर्मी खड़े थे जिन्होंने युवक को पकड़ लिया। पीड़ित ने अपने बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाया है लेकिन उसका सही इलाज नहीं हो रहा है और बच्चे की हालत बिगड़ रही है। बाद मे डाक्टरों ने युवक को समझाईश देकर शांत कराया है।
बताया गया है कि बच्चे का सही इलाज न होने से एक युवक ने आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। निपनिया में रहने वाले रमेश तिवारी ने अपने बच्चे को पांच दिन पहले तबियत खराब होने पर उपचार हेतु गांधी स्मृति चिकित्सालय के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया था। तीन दिन से बच्चा अस्पताल में भर्ती रहा लेकिन उसका सही ढंग से इलाज नहीं हुआ जिसकी वजह से दो दिन पहले उसकी तबियत काफी ज्यादा खराब हो गई और बच्चा वेंटीलेटर में है।
बताया गया है कि बच्चे को सही इलाज नहीं मिलने की वजह से परेशान होकर युवक ने बीती रात परिसर में डीजल डालकर आग लगाने की कोशिश की। जिस समय यह घटना हुई उस समय आसपास सुरक्षाकर्मी खड़े थे जो युवक के मंसूबों को समझ गये और उन्होंने युवक को आग लगाने से रोक लिया जिसकी वजह से उसकी जान बच गई। बाद में युवक को वार्ड में ले जाकर समझाईश दी गई और उसको शांत कराया गया।
वार्ड में मरीज जूनियर डाक्टरों के हवाले
अस्पताल में मरीज जूनियर डाक्टरों के हवाले रहते है। पीड़ित पिता का भी यही आरोप था कि सिर्फ जूनियर डॉक्टर देख रहे है जबकि सीनियर डॉक्टर कोई अस्पताल नहीं आते है। आते भी है तो खानापूर्ति करके चले जाते है। यह सामस्या सभी वार्डों में है। सीनियर डॉक्टरों को एक दिन में दो बार राऊंड करने का आदेश दिया गया है लेकिन सीनियर डॉक्टरों का एक बार भी आना मुश्किल पड़ जाता है।
इनका कहना है-
एक बच्चा अस्पताल में भर्ती है जिसकी हालत खराब है। चिकित्सक उसका इलाज कर रहे है। उसकी हालत से दु:खी होकर पिता ने आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की जिसको सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया। उसको समझाईश देकर बच्चे की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया है।
-डॉ. यत्नेश त्रिपाठी, सीएमओ