Rewa News: रीवा के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एक माह से पथरी के ऑपरेशन के लिए मरीज काट रहा चक्कर

अस्पताल की लचर व्यवस्था का भुगत रहा खामियाजा, हंगामा मचने के बाद किया गया भर्ती

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रीवा। अस्पताल की लचर व्यवस्था से अक्सर मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। मरीजों को कई बार इलाज के लिए अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते है जिसकी वजह से उनको खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एक व्यक्ति अपने पथरी के ऑपरेशन हेतु अस्पताल के चक्कर लगा रहा है। अस्पताल के डॉक्टर मरीज को एक वार्ड से दूसरे वार्ड चक्कर लगवा रहे है लेकिन उसकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। 


बताया गया है कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आपरेशन के लिए एक मरीज अस्पताल के चक्कर काट रहा है। अमरपाटन का रहने वाला मो. युसूफ को पथरी की समस्या है। इसके लिए एक माह पहले उसने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में चेकअप कराया था जिसमें डाक्टरों ने उसको आपरेशन के लिए बोला था। 


एक माह बाद भी मरीज का ऑपरेशन नहीं हो पाया है। डाक्टर उसको संजय गांधी अस्पताल भेज रहे है और संजय गांधी के डाक्टर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल भेज देते है। मरीज दोनों अस्पतालों के एक माह से चक्कर काट रहा है लेकिन अस्पताल के डाक्टरों के पास उसकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है।


 बताया गया है कि पिता को लेकर बेटी बुधवार को इलाज करवाने सुपर स्पेशलिटी अस्प्ताल आई थी लेकिन इस बार भी डाक्टरों ने उसको भर्ती नहीं किया और खानापूर्ति करके लौटा दिया। पीड़ित परेशान होकर अस्पताल के बाहर बैठा रहा। वहीं उनके साथ परिजन भी इलाज के लिए भटक रहे है। शासकीय अस्पताल में इस तरह की समस्याओं का हर दिन मरीजों को सामना करना पड़ता है। 


 परिजनों का कहना था कि हम लोग एक महीने से इलाज के लिए अस्पताल के चक्कर काट रहे है। हमको सुपर स्पेशलिटी और संजय गांधी अस्पताल के लिए बीच चक्कर लगवाया जा रहा है लेकिन दोनों ही अस्पताल के डाक्टर हमारा इलाज नहीं कर रहे है जिसकी वजह से हमको परेशानी उठानी पड़ रही है।


अस्पताल में बढ़े गर्मी के मरीज
अस्पताल में इस समय गर्मी के मरीज काफी ज्यादा बढ़ गए है। गर्मी की वजह से उल्टी-दस्त, पीलिया, टायफाइड सहित अन्य तरह की बीमारियां फैल रही है जिसकी वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। प्रतिदिन मेडिसीन विभाग में 300 के लगभग मरीज मौसमी बीमारियों से ग्रसित होकर पहुंचते है। 


अस्पताल के मेडिसीन वार्ड में काफी ज्यादा मरीज भर्ती है। उल्टी-दस्त की वजह से सबसे ज्यादा समस्या गंभीर होती है। आमतौर पर लोग इसके इलाज में लापरवाही करते है और समस्या गंभीर हो जाती है। यह कई बार मरीजों के लिए जानलेवा भी साबित होती है।


इनका कहना है-
अस्पताल में एक ऐसा प्रकरण सामने आया है जिसमें मरीज को भर्ती में कुछ समस्या आ रही है। प्रकरण संज्ञान में आते ही मरीज को उपचार के लिए भर्ती कराया जा रहा है। जो भी स्थिति होगी उसके हिसाब से मरीज का उपचार किया जाएगा।
-डॉ. अक्षत श्रीवास्तव, अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल