Mauganj News: मऊगंज में पुलिस पर ग्रामीणों ने किया कुल्हाड़ी व डंडे से हमला, एएसआई समेत दो की मौत
शाहपुर थाने के गड़रा गांव का बताया जा रहा मामला, बंधक बने अधिकारी

मऊगंज। मऊगंज में पुलिस पर शनिवार की रात ग्रामीणों ने कुल्हाड़ी व धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले में जख्मी एएसआई सहित दो लोगों की मौत से पूरे गांव में तनाव की स्थिति बन गई है।
वहीं हमले में आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, एक युवक को आरोपियों ने बंधक बना रखा था, जिसको छुड़ाने के लिए पुलिस गई थी। बाद में जब अधिकारी आये तो उनको भी आरोपियों ने बंधक बना लिया। सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया है। पूरे गांव में भारी पुलिस बल तैनात हो गया है।
बताया गया है कि पुलिस पर स्थानीय लोगों ने धारदार हथियार से हमला किया है। मऊगंज जिले के ग्राम गड़रा थाना गढ़ में शनिवार की शाम आरोपियों ने गांव के युवक रज्जन दुबे को घर में बंधक बना लिया था।
आरोपी उसके साथ घर में मारपीट कर रहे थे जिसकी वजह से घर वालों ने पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में पुलिस मौका मुआयना करने स्पॉट में पहुंच गई। पुलिस घर में बंधक बने युवक को निकालने के लिए अंदर गई तो उसकी मौत हो गई थी।
घर के दो लोगों को हत्या के आरोप में पुलिस गिरफ्तार कर थाने ला रही थी। तभी गांव वाले एकत्रित हो गए और उन्होंने कातिलाना हमला बोल दिया। थाना प्रभारी संदीप भारती सहित कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गये।
बताया गया है कि घटना से पूरे गांव में हड़कंप की स्थिति बन गई। सूचना पर एसडीओपी अंकिता सुल्या व तहसीलदार स्पॉट में पहुंचे। आरोपियों ने घर में उनको भी बंधक बना लिया। उनके साथ भी जमकर मारपीट की। तहसीलदार को बांधकर पीटा जिसमें वे जख्मी हो गये। उनके दोनों हाथोंं में फैक्चर हो गए और काफी ज्यादा चोट उनको आई थी।
गांव में घुसी पुलिस, अधिकारियों को कराया मुक्त
इस घटना की खबर लगते ही गांव से भारी पुतिलस बल घुस गया। पुलिस ने घर में घुसकर बंधक बने अधिकारियों को एक घंटे बाद मुक्त कराया। आरोपियों ने एसडीओपी को बंधक बनाकर घर का दरवाजा बंद कर लिया था और उनको बाहर नहीं निकलने दे रहे थे। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सभी अधिकारियों को घर से मुक्त करवाया जिसके बाद अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।
एएसआई की मौत, आधा दर्जन से ज्यादा जख्मी
घटनास्थल में घायल पुलिसकर्मियों को आनन-फानन में पुलिस अपने वाहन से अस्पताल लेकर आई। उनको काफी ज्यादा चोट आई थी, जिस पर तुरंत अस्पताल में दाखिल कराया गया।
अस्पताल में एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। वहीं घर के अंदर पड़े युवक की लाश को भी पुलिस ने बाहर निकलवाकर उसको पोस्टमार्टम हेतु अस्पताल भिजवाया।
जो लोग जख्मी हुए है उनमें तहसीलदार के अलावा थाना प्रभारी संदीप भारती, एएसआई जवाहर सिंह यादव, वृहस्पति पटेल सहित एसडीओपी का ड्राइवर शामिल है। सभी घायलों को मऊगंज से एसजीएमएच हेतु रेफर किया गया है।
घर वालों ने रोका युवक का अंतिम संस्कार
निर्दयतापूर्वक जिसा युवक की हत्या की गई थी उसके आरोपियों को पकड़ने की मांग को लेकर रविवार को घर वालों ने युवक का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया और लाश घर में ही पड़ हुई है। जिन आरोपियों ने हत्या की है उनको जल्द पकड़ने सहित उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग घर वाले कर रहे है।
कमिश्नर, डीआईजी, कलेक्टर व एसपी भी गांव पहुंच गए और घर वालों को समझा-बुझाकर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए घर वालों को मनाने में लगे है लेकिन घर वाले कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
प्रभारी मंत्री व डीजीपी पहुंचे रीवा, घायलों से मिले
मऊगंज बवाल में जख्मी हुए पुलिसकर्मियों से मिलने के लिए आज मिलने वालों का तांता लगा हुआ था। प्रभारी मंत्री लखन पटेल, डीजीपी कैलाश मकवाना, विधायक प्रदीप पटेल सहित कई लोग अस्पताल पहुंचे और घायलों की हालत देखी।
अस्पताल के चिकित्सकों से भी उन्होंने सभी घायलों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उनको सही इलाज उपलब्ध करवाने के आदेश दिये है। प्रभारी मंत्री ने पूरे प्रकरण की सही जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये है।
मऊगंज जिले की कानून- व्यवस्था ध्वस्त
मऊगंज जिले की कानून और व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। इस जिले में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर इस हद तक राजनीतिक दबाव है कि अधिकारी अपनी मर्जी से कुछ नहीं कर पाते है।
किसी थाना प्रभारी की पोस्टिंग भी राजनीतिक दबाव में होती है। ऐसे में कानून और व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो रही है। अपराधियों के हौंसले पूरी तरह से बढ़े हुए है और कानून व्यवस्था पटरी से उतर गई है जिसकी वजह से अपराधियों के हौंसले भी बढ़े हुए है।
शहीद एएसआई का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
मऊगंज बवाल में शहीद हुए एएसआई रामचरण गौतम के शव का आज पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें घर वालों को सौंप दिया गया है। अधिकारियों ने उनको अंतिम विदाई दी।
खुद डीआईजी, एसपी सहित सभी अधिकारियों ने उनको विदाई दी। इसके उपरांत उनके पार्थिव शरीर को गृहग्राम पवैया थाना कोठी जिला सतना ले जाया गया। वहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
पूरा गांव खाली, पुलिस के अलावा कोई नहीं आ रहा नजर
बीती रात गड़रा गांव में हिंसक बवाल के उपरांत अब पूरा गांव खाली हो गया है। यहां तक कि जिन इस घटना में कोई योगदान नहीं था वे भी डर के कारण घर में ताला बंद करके गायब हो गए है। पूरे गांव में पुलिस के अलावा और कोई नजर नहीं आ रहा है। पुलिस पूरे गांव का भ्रमण कर रही है।
इनका कहना है-
मऊगंज की घटना बहुत ही दु:खद थी। घटना किन कारणों की वजह से हुई है और कौन लोग इसके जिम्मेदार थे उन सभी का पता लगाया जा रहा है। पूरे घटनाक्रम पर हम नजर बनाए हुए है। पुलिस अपना काम कर रही है।
-लखन पटेल, प्रभारी मंत्री
इनका कहना है-
गड़रा गांव की घटना निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण थी। कहां चूक हुई यह जांच का विषय है। आखिर ऐसी स्थिति किन कारणों की वजह से उत्पन्न हुई यह जांच का विषय है। गांव में पुलिस बल तैनात है और जो लोग भी इस घटना के दोषी होंगे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
-प्रदीप पटेल, विधायक मऊगंज