इंतजार खत्म! 15 अगस्त से मऊगंज जिले में बैठेंगे कलेक्टर-एसपी, जिला बनाने के प्रारूप की अधिसूचना जारी

10 मई के बाद दिया जाएगा मूर्त रूप, 4 मार्च को सीएम शिवराज ने की थी घोषणा

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mauganj

रीवा से जिले से अलग होकर मऊगंज मध्यप्रदेश का 53वां जिला बनने वाले है। जिसको  बनाने के लिए प्रारूप की अधिसूचना जारी कर दी गई है। नए मऊगंज जिले में अभी हनुमना, नईगढ़ी और मऊगंज तहसील शामिल है। वहीं देवतालाब उप तहसील को नई तहसील बना दिया जाएगा। ऐसे में नए नवेले जिले में कुल चार तहसीलें होंंगी। जबकि मऊगंज, हनुमना और नईगढ़ी को मिलाकर विकासखंडों की संख्या तीन ही रहेगी।


यूपी-एमपी के कुल चार जिलों से जुड़ेगी सीमा 
प्रस्तावित मऊगंज जिला मप्र के दो जिलो रीवा और सीधी एवं उत्तर प्रदेश के दो जिलों मिर्जापुर व प्रयागराज से सीमा साझा करेगा। भौगोलिक स्थिति के अनुसार जिले के पूर्व में सीधी एवं यूपी का मिर्जापुर है। वहीं पश्चिम में रीवा जिला, उत्तर में रीवा जिला एवं यूपी का प्रयागराज है। इसी तरह दक्षिण में सीधी जिला का राजस्व क्षेत्र है। वहीं इसी तरह विधानसभा के दो क्षेत्र रहेंगे। जिसमे मऊगंज और देवतालाब विधानसभा होंगी। 

दावा आपत्ति के लिए 30 दिन का समय
 जिला प्रशासन ने नवीन जिला मऊगंज के संबंध में आम लोगों से 30 दिन का समय अपने दावे व आपत्ति के लिए दिया है। दावा है कि 10 मई के बाद जिला मूर्त रूप लेगा। इसके बाद 15 अगस्त से मऊगंज में ध्वजारोहण के साथ कलेक्टर व एसपी बैठेंगे। बता दें कि लंबे समय से चल रही मांग को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 4 मार्च 2023 को मऊगंज जिला बनाने की घोषणा की थी।  

जिले में होंगे 1070 गांव 
बता दें कि प्रस्तावित नवीन जिले में 1070 गांवों को शामिल किया जा रहा है। तीन तहसीलों की 12 राजस्व सर्किल और 264 पटवारी हल्के मिलाकर मऊगंज जिला बना है। अभी रीवा मुख्यालय से मऊगंज की 65 किलोमीटर दूरी है। वहीं रीवा से हनुमना 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।