swachch sarvekshan 2023: स्वच्छता में इंदौर की बादशाहत बरकरार, लेकिन इस बार साझे में मिला नंबर-1 का अवार्ड

प्रदेश के 6 अन्य शहरों ने भी रैंकिंग में बनाया स्थान 
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मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर ने एक बार फिर अपनी स्वच्छता के चलते प्रदेश का नाम देशभर में गौरवांवित किया है। इंदौर को लगातार सातवीं बार स्वच्छ भारत सर्वेक्षण के अंर्तगत प्रथम पुरस्कार मिला। हालांकि इस बार गुजरात राज्य के सूरत शहर ने इंदौर को कड़ी टक्कर देते हुए नबंर वन रैकिंग में साझेदार बना। यानी इंदौर के साथ-साथ सूरत को भी पहले नंबर का साझा पुरस्कार दिया है। 

यह अवार्ड राजधानी दिल्ली में आयोजित एक समारोह के दौरान राष्ट्रपति के हाथों प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ग्रहण किया। इस दौरान उनके साथ मंच में प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, निगम आयुक्त हर्षिका सिंह और स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष अश्विनी शुक्ला भी मौजूद रहे।  इंदौर को लगातार 7वीं बार ये अवार्ड मिला है। अवार्ड मिलने की खुशी में इंदौर में आज जश्न की तैयारियां की जा रही हैं। राजवाड़ा क्षेत्र को सजाया संवारा जा रहा है। 

 प्रदेश के ६ शहरों ने बनाया स्थान 
इसके साथ ही प्रदेश के अन्य शहरों ने भी स्वच्छता रैंकिग में अपना स्थान बनाया है जिसमें से इंदौर के अलावा प्रदेश की राजधानी भोपाल, महू कैंट, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का गृह क्षेत्र बुधनी, नर्मदा नदी का उद्गम स्थल अमरकंटक, और विंध्य के उमरिया जिले का नौरोजाबाद भी शामिल है। जिन्हे अर्वाड मिला।

 वहीं 7वीं बार स्वच्छ रैंकिंग में इंदौर के नंबर 1 पर बरकरार रहने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, मैं सभी प्रदेश वासियों को बधाई देना चाहूंगा कि स्वच्छता नगर का पुरस्कार इंदौर नगर निगम को मिला हैज् यह संदेश देता है कि हमें देश में स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए।