विंध्य में रायगढ़ की बनी घटिया सरिया की हो रही आपूर्ति, कंपनियों की मिलीभगत से डीलर बेच रहे अमानक सरिया

उल्लेखित एमएम से मिलती है कम चौड़ाई, कमजोर हो रहे लोगों के सपनों के घर
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Sariya Ghotala

इन दिनों सिविल कंस्ट्रक्शन के काम हर शहर में तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह काफी महत्वपूर्ण है कि हम भवन निर्माण में किस तरह की निर्माण सामग्रियों का उपयोग कर रहे हैं? आमतौर पर लोगों की कोशिश यह होती है कि वे बेहतर सामग्री का उपयोग करें, लेकिन कई बार ठेकेदारों- मिस्त्री और लालची दुकानदारों की आपसी मिलीभगत अच्छा और मजबूत घर बनाने के लोगों के सपने को बट्टा लगा देते हैं।

समूचे विंध्य क्षेत्र में इन दिनों मिलावटी और कम तौल की सीमेंट के साथ ही दुकानदार घटिया क्वालिटी की सरिया की आपूर्ति कर रहे हैं। लिहाजा लोगों के सपनों के घर और अन्य निर्माण उनकी जानकारी के बगैर कमजोर हो रहे हैं। जानकारों के मुताबिक समूचे विंध्य क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से गुणवत्ताविहीन सरिया की आपूर्ति बदस्तूर जारी है, जिसे यहां के दुकानदार बढ़िया सरिया बताकर लोगों को थमा रहे हैं।

आधी कर देते हैं निर्माण की लाइफ
अगर हम भवन निर्माण में उपयोग किए जाने वाले सरिए की बात करें तो इसमें भी बड़ा घालमेल हो रहा है। एक जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के रायगढ़ सरिया उत्पादक इंडस्ट्रीज द्वारा भारतीय मानक ब्यूरो के इतर सरिए बनाये जा रहे हैं जो कि न केवल घरों को कमजोर करते हैं बल्कि उनके टाइम- ड्यूरेशन याने समय सीमा को भी आधी कर देते हैं।

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क्वालिटी के साथ कर रहे खिलवाड़
दरअसल रायगढ़ में बनाया जाने वाला सरिया देख कर तो आपको ज्यादा फर्क महसूस नहीं होगा लेकिन इसमें कई प्रकार की गड़बड़ियां की जाती हैं। जैसे भारतीय मानक ब्यूरो के हिसाब से 8 एमएम, 10 एमएम और 12 एमएम के सरिया बनाए जाने हैं तो अपने लाभ के लिए रायगढ़ की सरिया उत्पादक कंपनियों द्वारा इन सरियों की चौड़ाई 1 एमएम कम क्रमशः 7 एमएम, 9 एमएम और 11 एमएम के आसपास रखी जाती है। अपने लाभ के लिए दुकानदारों की मिलीभगत से रायगढ़ की सरिया उत्पादक कंपनियां भले ही इस तरह की चोरी करती हैं लेकिन इससे इसकी क्वालिटी पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। ये सरिये उस तरह के भार सहने की क्षमता नहीं रखते हैं, जिनके लिए इन्हें लगाया जाता है।

ताज्जुब की बात तो यह है कि कम आकार वाले सरियों को भी स्टैंडर्ड बताकर बाजार में उतारा जाता है और इस खेल में क्रमशः डीलर और ठेकेदार भी शामिल होते हैं क्योंकि आम लोगों को सामान्यतः इनकी चौड़ाई का अंदाजा नहीं लग पाता है जब तक कि इनकी माप सही ढंग से न की जाए या इनका सही कांटे पर ढंग से वजन न लिया जाए।

 

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विंध्य में बढ़ी है गुणवत्ताहीन सरियों की खपत
बताया गया है कि पूरे विंध्य क्षेत्र जिसमें कि रीवा, सीधी, सतना, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर आदि शामिल हैं, में रायगढ़ से उत्पादित गुणवत्ताहीन सरियों का काफी चलन है। बहुत सारे डीलर तो केवल रायगढ़ से बने सरिया ही मंगवाते हैं। ताकि अच्छी- खासी कमाई हो सके।

उपभोक्ता रखें ध्यान
 यदि आप घर बनाने यह व्यवसाई निर्माण की सोच रहे हैं तो सरिया खरीदारी में विशेष ध्यान रखें। ध्यान रखें निर्माण में उपयोग किया जाने वाला सरिया की चौड़ाई स्टैंडर्ड साइज हो, केवल लेवल में न चिपका हो, बल्कि वास्तव में उनकी चौड़ाई और वजन उतना ही हो जितना कि भारतीय मानक ब्यूरो के हिसाब से लिखा गया है। साथ ही दुकानदार से जो पक्का बिल आप लें, उसमें सरिया की कंपनी उसका मार्का और उसका साइज तथा वजन अवश्य लिखवा लें।