Student Union Elections: कॉलेजों में फिर शुरू होने जा रहे हैं छात्र संघ के चुनाव, मोहन सरकार ने की तैयारी

आखिरी बार 1992 में प्रत्यक्ष प्रणाली से हुए थे छात्रसंघ के चुनाव

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भोपाल। प्रदेश के महाविद्यालयों में लंबे समय से बंद छात्रसंघ चुनाव को लेकर अच्छी खबर सामने आ रही है। दरअसल राजनीति की पहली पाठशाला में देश के लिए नेतृत्व गढ़ने वाले कॉलेजों में 31 साल बाद फिर से छात्रसंघ के चुनाव कराने की तैयारी है। पिछली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहते प्रत्यक्ष छात्रसंघ चुनाव के पैरोकार रहे डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद इसकी संभावना बढ़ गई है। उच्च शिक्षा विभाग अपने शैक्षणिक कैलेंडर में हर साल अगस्त-सितंबर में छात्रसंघ चुनाव का उल्लेख करता है।

 
उच्च शिक्षा मंत्री रहते भेजा था प्रस्ताव 
छात्र संगठनों ने चुनाव की तैयारियों को लेकर कार्यकारिणी की बैठकें भी शुरू कर दी हैं। आखिरी बार 1992 में प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव हुए थे। बता दें, उच्च शिक्षा मंत्री रहते डॉ. यादव ने प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने का प्रस्ताव तत्कालीन सीएम को भेजा था। प्रत्यक्ष प्रणाली में हर कक्षा के विद्यार्थी कॉलेजों में प्रतिनिधि चुनेंगे। कॉलेज से विश्वविद्यालय प्रतिनिधि चुने जाएंगे। ये प्रतिनिधि विश्वविद्यालय अध्यक्ष चुनेंगे।

 
कॉलेजों में 1985-86 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने प्रत्यक्ष प्रणाली से (सीधी वोटिंग) चुनाव कराने की प्रक्रिया अपनाई थी। 1992 के बाद प्रत्यक्ष प्रणाली बंद हो गई। अरसे बाद 2003 में बदले स्वरूप में छात्रसंघ चुनाव हुए, लेकिन चमक फीकी थी। 2009 और 2010 में मेरिट के आधार पर चुनाव हुए। 2011 में भी हुए चुनाव को सरकार ने प्रत्यक्ष प्रणाली करार दिया। हालांकि इसमें मेरिट जोड़ दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 2016 में भोपाल में आंदोलन किया तो सरकार ने भरोसा दिया, पर शुरू नहीं हो सका।

कल के छात्र नेता आज प्रदेश की शीर्ष राजनीति में
1. डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री
2. शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री
3. वीडी शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
4. नरेंद्र सिंह तोमर, अध्यक्ष, विधानसभा
5. जगदीश देवड़ा, डिप्टी सीएम
6. राजेंद्र शुक्ला, डिप्टी सीएम
7. जीतू पटवारी, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
8. उमंग सिंघार, नेता प्रतिपक्ष
9. लखन घनघोरिया, विधायक, जबलपुर
10. आरिफ मसूद, विधायक, भोपाल उत्तर
11. डॉ. विक्रांत भूरिया, विधायक, झाबुआ
12. सुरेश पचौरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री