Sidhi News: सड़क की समस्या लेकर पहुंचे युवक पर भड़के कलेक्टर, जेल भिजवाने की दी धमकी

पीड़ित ने कहा- सुदूर सड़क सिर्फ कागज में बनी, लोगों को आवाजाही में हो रही असुविधा

 | 
sidhi

सीधी कलेक्ट्रेट में उस वक्त हड़कंप की स्थिति बन गई। जब कलेक्टर महोदय अपनी शिकायत लेकर आए एक फरियादी पर भड़क गए। मामला इतना बढ़ गया कि कलेक्टर ने शिकायतकर्ता को जेल भिजवाने की धमकी दे डाली। सब सन्न रह गए। अब इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। 


बता दें सीधी जिले में आम लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए सप्ताह के हर मंगलवार को जनसुनवाई की जाती है। और शिकायतों के निराकरण होने का दावा किया जाता है। लेकिन जनसुनवाई अब महज औपचारिकता बन कर रह गई है। ताजा मामला मंगलवार का है। जहां जनसुनवाई के दौरान  एक युवक सड़क की समस्या को लेकर कलेक्टर महोदय के पास पहुंचा और थोड़ी ऊंची आवाज में अपनी शिकायत बताने लगा, लेकिन यह बात कलेक्टर साकेत मालवीय को नागवार गुजरी और कलेक्टर साहब उस पर जमकर बरस पड़े और कहा कि एसपी को बुलवाकर जेल भिजवा दूंगा। उसे बेइज्जत करके वहां से निकाल दिया गया।


यह है मामला
दरअसल पीड़ित युवक का नाम उपेंद्र तिवारी है जो सीधी जनपद के ग्राम पंचायत रामपुर का निवासी है। उसने बताया कि उसके गांव में वर्ष 2019 में स्वीकृती गुलाब सागर नहर से नागेश्वर तिवारी के घर तक और नागेश्वर तिवारी के घर से सीधी टिकरी मार्ग सुदूर सड़क आज तक पूरी नहीं हो पाई है। जबकि इस मामले में वह जनसुनवाई सहित कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद सीईओ, विधायक और सांसद को शिकायती पत्र दे चुका है। उसकी सुनवाई आज तक कहीं नहीं हुई है। 


ऐसे हुई पूरी घटना
उपेंद्र का कहना है कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा था कि हमारे यहां की सुदूर सड़क सिर्फ कागज में बनी है, जिसकी पूर्ण कराया जाए। लोगों को आने-जाने में असुविधा न हो। सुदूर सड़क की तरफ किसी भी अधिकारी-कर्मचारी का ध्यान नहीं गया। जिससे खफा होकर मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई के दौरान पीड़ित उपेन्द्र तिवारी ने आवेदन लेकर एक बार फिर कलेक्टर साकेत मालवीय के समक्ष पहुंचा। और कहने कहने लगा कि कई बार आवेदन दे चुका हूं, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है। उसके बाद कलेक्टर ने यह बोला गया कि धीरे बोलो जब वह अपनी बात पर कायम रहा, तो कलेक्टर सीधी साकेत मालवीय ने निर्देश दिया कि पुलिस को फोन करके इसे जेल भिजवा दो।