पुलिस वाले ने पॉस्को एक्ट का डर दिखाकर मांगी रिश्वत, 7 हजार लेते ट्रेप
पुलिस विभाग में इस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त हो चुका है कि पॉस्को एक्ट जैसी धाराओं का भय दिखाकर रिश्वत की मांग की जा रही है। ऐसा ही एक मामला शहडोल जिले के जयसिंहनगर थाने से साामने आया है जहां बुधवार की शाम प्रधान आरक्षक वीरेंद्र तिवारी को रीवा लोकायुक्त ने 7000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रेप किया है।
मामले की जानकारी देते हुए लोकायुक्त टीम के निरीक्षक जियाउलहक ने बताया कि जयसिंहनगर निवासी राजकुमार कुशवाह जो कि पेशे से किसान हैं, ने प्रधान आरक्षक के खिलाफ शिकायत की थी पर यह कार्रवाई की गई है। दरअसल राजकुमार कुशवाह के खिलाफ जयिसंहनगर थाने में शिकायत दर्ज है। उसी मामले में प्रधान आरक्षक वीरेंद्र तिवारी ने जांच के दौरान पास्को एक्ट की धाराओं को जोड़कर कार्रवाई करने का डर दिखाकर बतौर रिश्वत 10 हजार रूपयों की मांग की थी।
जिसके बाद शिकायतकर्ता राजकुमार के कहने पर रिश्वत की रकम 3000 कम करते हुए प्रधान आरक्षक ने सात हजार में बात कर ली। और 22 मार्च को आरोपी पुलिसकर्मी के किराए के आवास में पैसा देने का वादा हुआ। लेकिन बुधवार को जैसे ही फरियादी राजकुमार कुशवाह ने प्रधान आरक्षक को घूस की राशि सौंपी। मौके पर रीवा लोकायुक्त की टीम ने पहुंचकर 7 हजार लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसकी शिकायत राजकुमार ने प्रमाण के साथ की थी। इसके बाद विधि संगत कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम मौजूद रही