MP Police Constable Bharti: 7500 पुलिस कांस्टेबल की भर्ती उलझी, अभी तक नहीं आए लिखित परीक्षा के परिणाम

लोकसभा चुनाव के चलते फरवरी-मार्च में लग सकती है आचार संहिता, एएसआई की भर्ती के आसार कम

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भोपाल। कर्मचारी चयन मंडल से लिखित परीक्षा परिणाम जारी नहीं होने के कारण प्रदेश में साढ़े सात हजार पुलिस आरक्षकों की नियुक्ति उलझी हुई है। लिखित परीक्षा के परिणाम आने के बाद ही शारीरिक दक्षता परीक्षा पुलिस लेगी। परीक्षा में चार से पांच माह लग जाएंगे। इसके बाद लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा के अंकों को जोड़कर प्रावीण्य सूची तैयार की जाएगी। इसमें भी लगभग दो माह लगेंगे।


फरवरी-मार्च में लग सकती है आचार संहिता
 इस प्रकार जून के पहले नियुक्ति होने की संभावना नहीं है। जब तक पुलिस आरक्षण भर्ती परीक्षा के परिणाम जारी नहीं होते साढ़े पांच सौ उप निरीक्षकों की भर्ती भी शुरू होने के आसार नहीं हैं। इसकी वजह यह कि पुलिस आरक्षकों के परिणाम जारी करना कर्मचारी चयन मंडल की पहली प्राथमिकता है। दूसरी बात यह कि फरवरी-मार्च में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी। इस कारण भी उप निरीक्षकों की भर्ती शुरू होने के आसार कम हैं।

पुलिस मुख्यालय मंडल को भेज चुका है नियमावाली
पुलिस मुख्यालय सितंबर में ही उप निरीक्षकों की नियुक्ति के लिए मंडल को नियमावाली ब भेज चुका है। पहली बार शारीरिक दक्षता परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक रखे गए हैं, इसके पहले की परीक्षाओं में मात्र निर्धारित अंक ही लाना पड़ता था। आरक्षकों और पुलिस उप निरीक्षकों की भर्ती भी इसी का हिस्सा है। अगस्त 2023 के पहले सभी पदों पर मे भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य था, पर कर्मचारी चयन मंडल के पास परीक्षाओं का ज्यादा दबाव होने के कारण परीक्षाओं के आयोजन और परिणाम जारी करने में देरी हो रही है।