MP News: रीवा, सतना, खजुराहो, दमोह सहित 6 सीटों पर मतदान आज, ज्यादातर सीटों में भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला

विंध्य की दोनों सीटों में बहुजन समाज पार्टी भी मजबूत

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लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज यानी २६ अप्रैल को देश भर के विभिन्न राज्यों में मतदान होने हैं। इस फेज में मध्यप्रदेश की ६ सीटों पर वोटिंग होनी है, जिसमें रीवा, सतना, खजुराहो, टीकमगढ़, दमोह और होशंगाबाद शामिल हैं। खजुराहो को छोड़कर सभी सीटों पर कांग्रेस-बीजेपी के बीच मुख्यमुकाबला माना जा रहा हैं। वहीं रीवा व सतना सीट में दोनों मुख्य दलों के साथ बहुजन समाज पार्टी मैदान में पूरी जोरदारी से खड़ी है। यहां मुकाबला त्रिकोणीय बताया जा रहा है। 

रीवा सीट 
विंध्य के रीवा लोकसभा सीट की बात करें तो यहां आज २०१४ मतदान केंद्रों में कुल १८ लाख से अधिक वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां जिला निर्वाचन आयोग के द्वारा पूरी की जा चुकी हैं। रीवा में बीजेपी की ओर से तीसरी बार जनार्दन मिश्रा चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि कांग्रेस की ओर से सेमरिया विधायक अभय मिश्र की पत्नी नीलम मिश्रा चुनावी मैदान में हैं वहीं बीएसपी ने दो ब्राहण कैंडीडेट के बीच ओबीसी वर्ग के अभिषेक पटेल पर अपना दांव खेला है। पुराना इतिहास देखें तो यहां तीन बार बीएसपी के कैडिंडेट चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस व बीजेपी के साथ यहां बीएसपी के प्रत्याशी चुनाव को त्रिकोणीय बना रहे हैं। 
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सतना सीट 
सतना और मैहर जिले में फैली सतना संसदीय सीट में मतदान की जिम्मेदारी 1950 मतदान दलों में शामिल 7800 मतदानकर्मी निभाएंगे। चित्रकूट, रामनगर, मैहर और नागौद क्षेत्र में देर शाम को मतदान दल पहुंच चुके हैं। सतना में बीजेपी के ओर से वरिष्ठ सांसद गणेश सिंह पांचवी बार चुनावी समर में उतरे हैं जबकि कांग्रेस की ओर से सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा प्रत्याशी बनाए गए हैं। वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी से चार बार के विधायक नारायण त्रिपाठी ताल ठोंक रहे हैं। क्षेत्र के जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां त्रिकोणीय मुकाबला होता दिख रहा है। इसके अलावा तीनों प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने का अच्छा अनुभव है। जिससे लड़ाई रोमांचक हो चुकी है।  

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टीकमगढ़ सीट
इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी 2008 से लगातार जीतती आ रही है। यहां से भाजपा ने तीन बार के सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक को चौथी बार उम्मीदवार के रूप में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने पंकज अहिरवार को चुनावी मैदान में उतारकर कुछ नया करने की कोशिश की है। वीरेंद्र खटिक को जहां मोदी के चेहरे व भाजपा के संगठन का फायदा मिल रहा है वहीं लोगों के बीच उनके लिए नाराजगी का नुकसान भी उनके हिस्से आ रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में वीरेंद्र खटिक ने अपने निकटतम कांग्रेस उम्मीदवार किरण अहिरवार को 3.48 लाख वोट से हराया था। 

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खजुराहो सीट
प्रदेश की एक मात्र सीट जहां से कांग्रेस का कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है। दरअसल यह सीट इंडिया गठबंधन के लिए कांग्रेस ने छोड़ी थी। इस सीट पर सपा को चुनाव लड़ना था लेकिन बाद में सपा के घोषित प्रत्याशी का पर्चा खारिज हो गया था। जिसके बाद इंडिया अलायंस ने राजा भैया प्रजापति को अपना कैडिंडेट घोषित किया है। वहीं भाजपा ने दूसरी बार प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा को मैदान में उतारा है।  विपक्षी गठबंधन के समर्थन और वन एंड वन होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है 

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दमोह सीट
दमोह सीट से भाजपा और कांग्रेस दोनों ने लोधी समाज के प्रत्यशी पर भरोसा जताया है। बीजेपी की ओर से पूर्व विधायक राहुल लोधी उम्मीदवार हैं तो वहीं कांग्रेस ने भी पूर्व विधायक तरवर लोधी को अपना प्रत्याशी बनाया है। बताया जाता है कि दमोह लोकसभा सीट पर लोधी समुदाय की पकड़ अच्छी है और कहा जाता है इस पर वो जिस ओर जाते हैं जीत उसी ओर जाती है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसपर भरोसा जताती है।

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होशंगाबाद सीट 
होशंगाबाद संसदीय सीट से बीजेपी और कांग्रेस से दोनों ही लोकसभा चुनाव के अनुभव के मामले में नए प्रत्याशी हैं। भाजपा ने इस बार किसान नेता दर्शन सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने संजय शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। यहां मुख्यमुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। होशंगाबाद सीट में आठ विधानसभा आती हैं, सभी आठों विधानसभा सीटों पर बीजेपी विधायक काबिज हैं।  

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