MP News: एमपी में तीन साल की अनुभवहीन यूएस इंफ्रा को मिल गया करोड़ों का ठेका, उठे कई सवाल

लोनिवि के मुख्य अभियंता मस्के पर लगे गंभीर आरोप, मामला मुख्यमंत्री और मंत्री तक पहुंचा

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भोपाल। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता संजय मस्के पर गंभीर आरोप लगे हैं। नर्मदापुरम में सड़कों के निर्माण के लिए यूएस इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी को करोड़ों रुपए के ठेका दिया गया है। कंपनी को ठेका मिलने के बाद मस्के की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।


भोपाल के रहने वाले चंद्रवीर सिंह भाटी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह से भोपाल के मुख्य अभियंता संजय मस्के की शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि यूएस इंफ्रा प्रोजेक्ट ने नौ अगस्त 2021 को अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। महज तीन सालों के भीतर कंपनी को करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट कैसे और किस आधार पर दिए गए। फिलहाल नर्मदापुरम में सड़कों के निर्माण के कार्य मुख्य अभियंता संजय मस्के के अधीन संचालित हो रहे हैं।


धूमिल हो रही विभाग की छवि
इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से शिकायत की गई है। शिकायत में कहा गया है कि मुख्य अभियंता संजय मस्के ने जानबूझकर यूएस इंफ्रा को फायदा पहुंचाया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि मस्के ने आवंटन में गंभीर अनियमितताएं की हैं, जो राज्य सरकार और लोक निर्माण विभाग की छवि को धूमिल कर रही हैं। 


शिकायत में कहा गया कि संजय मस्के ने यूएस इंफ्रा कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए पद का दुरुपयोग किया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि मस्के और कंपनी के बैंक खातों की जांच से भी भारी वित्तीय लेनदेन का खुलासा हो सकता है।


ठेके को लेकर उठने लगे सवाल

  1. यूएस इंफ्रा को ठेके देने में पारदर्शिता क्यों नहीं बरती गई?
  2. ठेकों के आवंटन में नियमों का पालन हुआ या नहीं?
  3. ठेका देकर कंपनी को जानबूझकर फायदा क्यों दिया गया?

इन सड़कों का मिला ठेका

  1. मालखेड़ी से रायपुर रोड
  2. पाथा से सलैया रोड
  3. इटारसी-नर्मदापुरम रोड से रसूलपुर अप्रोच रोड
  4. अनहाइ से जामुनिया रोड
  5. बनखेड़ी उमरधा से करपा रोड
  6. हथिनी से नानकोट धरगांव रोड
  7. स्ट्रेंग्थेनिंग गुराई से भिलाड़िया रोड
  8. जोनल वर्क बीटी पेच रिपेयर डिवीजन-एक

क्या कहता है नियम
विशेषज्ञों के अनुसार ठेकों के आवंटन के लिए अनुभव और कंपनी की क्षमता का आकलन करना अनिवार्य होता है। अगर कंपनी नई है और उसके पास पर्याप्त अनुभव नहीं है, तो उसे इतने बड़े प्रोजेक्ट्स नहीं दिए जा सकते हैं।


इनका कहना है-
मेरे पास शिकायत आई है। मामले की जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-राकेश सिंह, मंत्री लोक निर्माण विभाग


फोटो टेंपरिंग करके सोशल मीडिया पर वायरल की गई है। जहां तक ठेके देने का सवाल है तो 5 करोड़ तक के टेंडर के लिए किसी एक्सपीरियंस की जरूरत नहीं होती। पीडब्ल्यूडी में रजिस्टर्ड किसी भी ठेकेदार को टेंडर दिया जा सकता है।
-संजय मस्के चीफ इंजीनियर