MP News: शिवपुरी की छात्रा का कोटा में अपहरण, पिता को भेजी लड़की की हाथ-पैर बंधी फोटो, फिरौती मांगी
Physics Wallah कोचिंग ने छात्रा का रजिस्ट्रेशन होने से किया इनकार, जांच में जुटी पुलिस
एमपी के शिवपुरी जिले से नीट की तैयारी करने कोटा में रह रही 20 वर्षीय छात्रा का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया। इसकी जानकारी लड़की के पिता को खुद अपहरणकर्ता ने व्हाट्सअप के जरिए दी। इतना ही नहीं हाथ-पैर बंधी लड़की की फोटो भी पिता का भेजी। साथ ही उनसे 30 लाख रूपए फिरौती की मांग की। कोटा पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि अपहृता का नाम काव्या धाकड़ है जो साल 2023 से नीट की तैयारी के लिए कोटा में रह रही थी। काव्या का परिवार एमपी के शिवपुरी मे रहता है तथा उसके पिता रघुवीर धाकड़ लार्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक हैं। सोमवार दोपहर 3 बजे रघुवीर के मोबाइल पर एक वाट्सएप मैसेज आया। इसमें छात्रा के हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए फोटो थे। जिसके बाद वह कोटा पहुंचे। मंगलवार को कोटा पुलिस रघुवीर को लेकर काव्या के बारे में जानकारी के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट लेकर गई है। लेकिन इंस्टीट्यूट ने छात्रा का रजिस्ट्रेशन होने से इनकार किया है।
रघुवीर ने पुलिस को बताया कि सोमवार को व्हाट्सअप पर मैसेज आया जिसमें उनकी बेटी की फोटो थी। जिसके हाथ पैर बंधे हुए थे व उसके चेहरे में खून भी दिख रहा था। मैसेज भेजने वाले ने छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी थी। इतना ही नहीं अपहरणकर्ताओं ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी। साथ ही उसने सोमवार शाम तक रुपए जमा करने को कहा है। लेकिन जब रघुवीर ने इतने रुपए नहीं होने और बंदोबस्त करने का समय देने की बात कही तो मैसेज भेजने वाले ने छात्रा को जान से मारने की धमकी दी।
आखिरी बार दीपावली में आई थी घर
लड़की के पिता रघुवीर धाकड़ ने पुलिस को बताया कि बेटी को सितंबर 2023 में कोटा के विज्ञान नगर इलाके में स्थित Physics Wallah कोचिंग संस्थान में उसका एडमिशन करवाया था। साथ ही इसी इलाके में उसे रूम भी दिलवाया था। उससे हर दिन बात भी होती थी। आखिरी बार उससे रविवार को बात हुई जब उसने अपनी मां से एग्जाम देकर आने की बात कही थी। दीपावली की छुट्टी में वह घर भी आई थी।
सूत्रों के अनुसार पुलिस उस वक्त हैरान रह गई जब पिता के बताए गए Physics Wallah कोचिंग संस्थान के कोटा हेड दिनेश जैन ने इस नाम की किसी लड़की का रजिस्ट्रेशन होने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि काव्या धाकड़ के नाम से इस कोचिंग में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। उधर, लड़की के पिता रघुवीर ने कहा कि काव्या का एडमिशन उन्होंने इसी कोचिंग में कराया था। अब कोचिंग संस्थान मना कर रहा है। इतना ही नहीं दूसरी ओर, हॉस्टल संचालक पारस कुमार ने भी काव्या के अपने यहां रुकने की बात से इनकार किया है। उन्होंने साफ कहा कि काव्या नाम की लड़की कभी हॉस्टल आई ही नहीं है। ऐसे में पूरी घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
(नोट- इस खबर को प्रकाशित करने के पीछे हमारा उद्देश्य यह है कि अभिभावक अपने बच्चों की गतिविधियों और उनके आचार व्यवहार पर नजर रखते हुए निरंतर उनके साथ संवाद स्थापित करते रहें। इसके साथ ही कोचिंग, हॉस्टल आदि में दाखिला दिलाने के पूर्व समस्त दस्तावेजीकरण व अन्य प्रक्रिया विधिवत संपादित करें।)