MP News: जबलपुर की रुबीना को ब्रॉन्ज, पैरालिंपिक में पहली बार MP को पदक...
10 मीटर शूटिंग में ब्रॉन्ज, भारत के हिस्से अब 5 मेडल; पिता बोले- जिसके पैरों के इलाज के लिए दर-दर भटका, आज उसी की वजह से पांव जमीं पर नहीं पड़ते
जबलपुर। जबलपुर की रुबीना फ्रांसिस ने 10 मीटर एयर पिस्टल के एसएच-1 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इसी के साथ पेरिस पैरालिंपिक में भारत के खाते में शनिवार को एक और मेडल आया। इस प्रकार भारत के एक गोल्ड, एक सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज सहित कुल 5 मेडल हो गए हैं। रुबीना ने फाइनल में 211.1 सकोर किया। वह पैरालिंपिक इतिहास में मेडल जीतने वाली मप्र की पहली खिलाड़ी हैं। रुबीना मप्र राज्य शूटिंग अकादमी भोपाल की प्लेयर हैं।
रुबीना के पिता साइमन जबलपुर में मोटर मैकेनिक हैं वह बोले 'पैदा होने के समय ही रुबीना के दोनों पैर पैर तिरछे थे। इलाज के लिए भटका, पर कुछ नहीं हुआ। रुबीना जब 7वीं में थी, तब ओलिंपियन गगन नारंग के नेतृत्व में स्कूल में गन फॉर ग्लोरी अकादमी की पूरी टीम आई। रुबीना ने शूटिंग में 50 में से 45 अंक हासिल किए थे। नारंग ने मदद की। पिस्टल और कारतूस मुहैया कराए। 2017 में रुबीना भोपाल में शूटिंग अकादमी में आ गई।Ó जिसके पैरों के इलाज के लिए दर-दर भटका, आज उसी की वजह से पांव जमीं पर नहीं पड़ते।
इनकम टैक्स में जॉब करती हैं रुबीना
रुबीना इनकम टैक्स में जॉब करती हैं। उन्होनें 15 जुलाई को ही मुंबई में ज्वाइन किया। रवानगी से पहले रुबीना ने कहा था कि इस बार खाली हाथ नहीं लौटूंगी। टोक्यो पैरालिंपिक 2021 में वे इसी इवेंट में 7वें स्थान पर रही थीं।
भारत को पांचवां मेडल
पेरिस पैरालिंपिक के तीसरे दिन भारत को पांचवां मेडल मिला। १० मीटर एयर पिस्टल की एसएच-१ कैटेगरी में शूटर रुबीना फ्रांसिस ने ब्रॉन्ज जीता। यह उनका पैरालिंपिक में पहला मेडल रहा। इस इवेंट में ईरान की सारेह जावनमार्दी ने गोल्ड और तुर्किए की एसेल ओज्गन ने सिल्वर जीता।
25 साल की रुबीना ने क्वालिफिकेशन राउंड में छठा स्थान हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया था। इस बीच, पुरुष बैडमिंटन में भारत के दो शटलर ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया और उनके मेडल पक्के हो गए।
टोक्यो गेम्स के सिल्वर मेडलिस्ट सुहास यथिराज ने ग्रुप ए में इंडोनेशिया व द. कोरिया के शटलर्स को हराकर टॉप किया। वहीं सुकांत ने मलेशिया व थाईलैंड के शटलर को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। महिलाओं में मंदीप कौर ने ऑस्ट्रेलिया की विनोट को हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।