MP News: मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल के परीक्षा केंद्रों पर अब रहेगी ईमानदारी की पेटी

विद्यार्थी स्वेच्छा से डालेंगे नकल सामग्री, उत्तर पुस्तिकाओं पर लगेंगे बार कोड, माशिमं ने जारी किए निर्देश

 | 
MP

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं परीक्षा केंद्रों के बाहर इस बार ईमानदारी की पेटी रखी जाएगी, जिसमें विद्यार्थी स्वेच्छा से नकल सामग्री डाल सकेंगे। वहीं, प्रायोगिक तौर पर कुछ उारपुस्तिकाओं में बार कोड लगाया जाएगा। 32 पेज की उत्तर पुस्तिका रहेगी।


इस बार भी सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल की हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षाओं का काउंटडाउन शुरू हो गया है। माशिमं की दसवीं-बारहवीं परीक्षा 24 फरवरी से शुरू हो रही है। हाईस्कूल परीक्षा में 953777 व हायर सेकेंडरी में 706475 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा देने वाले छात्रों की कुल संख्या 1660252 रहेगी।


माशिमं ने परीक्षा के लिए 3887 केंद्र बनाए हैं। परीक्षा केंद्रों पर नकल पर्ची रखने के लिए मंडल ने एक लोहे की पेटी रखने के लिए निर्देशित किया है, जिसका नाम ईमानदारी की पेटी रखा गया है। इस पेटी में छात्र अपनी ईमानदारी से कोई नकल सामग्री, जिसमें गाइड, चिट, सामग्री है, तो उसमें डाल सकते हैं।


 ईमानदारी की पेटी पर स्पष्ट रूप से लिखा जाएगा कि यह पेटी स्वेच्छा से नकल सामग्री परीक्षा कक्ष में प्रवेश लेने से पहले जमा करने के उद्देश्य से रखी गई है। इसके बाद अगर छात्र नकल सामग्री के साथ पकड़ा जाता है, तो उसके विरूद्ध परीक्षा अधिनियम के तहत कार्यवाही होगी।


32 पेज की होगी कॉपी, नहीं मिलेगी सप्लीमेंट्री
माशिमं की दसवीं-बारहवीं परीक्षा में विद्यार्थियों को दो तरह की उत्तर पुस्तिकाएं मिलेंगी। 32 पेज की मुख्य विषय की और 20 पेज की वोकेशनल और संस्कृत विषय की कापी होगी। प्रायोगिक परीक्षाओं में 10वीं के विद्यार्थियों को 8 और 12वीं के विद्यार्थियों को 12 पन्नों की कॉपियां मिलेंगी। गणित विषय में 32 पन्नों की ग्राफ कॉपी मिलेंगी। सप्लीमेंट्री कापी नहीं दी जाएगी। कॉपी में रोल नंबर छिपाने के लिए किसी भी तरह के स्टीकर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।


कॉपियों में बार कोड लगाने का प्रयोग
माशिमं की पायलट प्रोजेक्ट के तहत मूल्यांकन की व्यवस्था बदली है, जो 10वीं-12वीं परीक्षा के कुछ विषयों पर लागू होगी। 10वीं में गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान और 12वीं में सिर्फ हिंदी विषय की उत्तरपुस्तिका पर बार कोड लगाकर विद्यार्थियों की पहचान छिपाई जाएगी। उसके बाद कापियां मूल्यांकनकर्ताओं को जांचने के लिए देंगे। मूल्यांकन पूरा होने के बाद बार कोड को स्कैन कर विद्यार्थियों के अंकों को आनलाइन चढ़ाने में आसानी होगी। मूल्यांकन से जुड़ी दोनों व्यवस्थाओं का आंकलन किया जाएगा।


एंट्री-एग्जिट के लिए एक ही गेट होगा
परीक्षा केंद्रों में छात्रों की एंट्री और एग्जिट के लिए एक ही गेट होगा। सुरक्षा के लिहाज से ऐसा किया जाएगा। मेन गेट पर परीक्षार्थियों की तलाशी ली जाएगी। इसी के साथ परीक्षा केंद्र में जो स्टाफ तैनात रहेगा उसके लिए आई कार्ड जारी किए जाएंगे। परीक्षा के दौरान सभी को आई कार्ड लगाना अनिवार्य होगा।


अन्य स्कूलों के छात्रों को भी बैठाएंगे परीक्षा केंद्राध्यक्ष को यह तय करना होगा कि उनके स्कूल में परीक्षार्थियों को अन्य स्कूलों के परीक्षार्थियों को मिश्रित कर बैठाया जाएगा। संबंधित स्कूल में कोई भी कार्यरत शिक्षक, पर्यवेक्षक की ड्यूटी नहीं कर सकेगा। इसी के साथ अन्य स्कूल के टीचर भी पर्यवेक्षक की ड्यूटी नहीं कर सकेंगे।


इनका कहना है-
इस बार परीक्षा केंद्रों के बाहर ईमानदारी की पेटी रहेगी। इसमें विद्यार्थी कोई नकल सामग्री लाता है, तो अपनी स्वच्छा से डाल सकता है। 
-केडी त्रिपाठी, सचिव, मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल