MP News: अब एक दिन बिना बैग के स्कूल जाएंगे बच्चे, सरकार ने बैग के वजन भी किए तय

कक्षा दूसरी तक के बच्चों को नहीं दिए जाएंगे होमवर्क, आदेश जारी 

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moahan yadav

भोपाल। स्कूल में बच्चों के बस्ते का वजन लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल  ज्यादा वजन के बैग के चलते बच्चों को कई तरह की शारीरिक समस्या की भी शिकायतें आती रहीं हैं। अधिक वजन के चलते कमर में दर्द और कंधे में दर्द की शिकायत रहती है। इस समस्या से राहत देनेे के लिए  प्रदेश की डॉ मोहन यादव की सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कक्षा एक से कक्षा दसवीं तक के छात्र-छात्राओं के बस्तों का वजन के साथ साथ कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। जिसके संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूल बैग पॉलिसी का आदेश जारी कर दिया है।

जारी आदेश के अनुसार जहां पहली से दसवीं कक्षा तक के लिए बैग का वजन निश्चित किया गया है, वहीं विभाग द्वारा कक्षा 11वीं और 12 वीं क्लास के बैग के वजन की सीमा स्कूल तय करेंगे। इसके साथ ही कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों में हफ्ते में एक दिन नो बैग डे होगा। वहीं पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को होम वर्क नहीं दिया जाएगा। यह आदेश प्रदेश के सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के लिए लागू होगा। 

वहीं जारी आदेश के अनुसार कम्प्यूटर, नैतिक शिक्षा, सामान्य ज्ञान, स्वास्थ्य, शारीरिक शिक्षा, खेल और कला की कक्षाओं में पुस्तकें लाना अनिवार्य नहीं होगा। आदेश में विभाग ने साफ कहा है कि यह कक्षाएं बगैर पुस्तकों के ही लगाई जाएं।


अब इतना ही हो सकेगा बैग का वजन 
पहली कक्षा- 1.6-2.2 किलो.
दूसरी कक्षा- 1.6-2.2 किलो.
तीसरी कक्षा- 1.7-2.5 किलो.
चौथी कक्षा- 1.7-2.5 किलो.
पांचवीं कक्षा- 1.7-2.5 किलो.
छठवीं कक्षा-  2-3 किलो.
सातवीं कक्षा- 2-3 किलो.
आठवीं कक्षा- 2.5-4.0 किलो.
नौवीं कक्षा-   2.5-4.5 किलो.
दसवीं कक्षा-  2.5-4.5 किलो.

 

सख्ती से पालन कराने के निर्देश
आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव ने नए शैक्षणिक सत्र (2024-25) से स्कूल बैग पॉलिसी का सख्ती से पालन कराने के निर्देश जारी किए हैं। स्कूल बैग पॉलिसी के मुताबिक ही बस्ते का वजन हो, यह देखने और नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को सौंपी गई है। निर्देशों में कहा है कि हफ्ते में एक दिन बच्चों के बगैर बैग के बुलाया जाए और उनसे व्यवसायिक कार्यानुभव से संबंधित गतिविधियां कराई जाएं, ताकि उनकी व्यवसायिक क्षेत्र में रुचि और ज्ञान बढ़े।