MP News: अब MP के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा आपातकाल का संघर्ष, सीएम डॉ. मोहन यादव ने की घोषणा

मीसाबंदियों को मिलेगी एयर एंबुलेंस की सुविधा; एयर टैक्सी किराए में 25 प्रतिशत छूट  

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एमरजेंसी के 50 साल पूरे होने के अवसर पर प्रदेश भर में भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम आयोजित कर आपातकाल को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। इसी मौके पर मुख्यमंत्री  डॉ मोहन यादव ने बड़ी घोषणाएं की। सीएम ने कहा कि अब प्रदेश की स्कूलों में आपातकाल के संघर्ष को पढ़ाया जाएगा। यानी इसे स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और लोकतंत्र सेनानियों को लेकर भी सीएम ने बड़ी घोषणाएं की। 


दरअसल, प्रदेश भर के 750 मीसाबंदी और परिजन आज सीएम हाउस मौजूद थे। जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फूल बरसाकर सभी का स्वागत किया। तथा एक कार्यक्रम में मीसाबंदियों से आपातकाल और जेल जाने के संस्मरण को भी सुना। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और लोकतंत्र सेनानियों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा। अंत्येष्टि के लिए 8000 की राशि दी जाती है। उसे बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया जाएगा। आपातकाल के संघर्ष को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। 

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मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। वहीं बीमार होने की स्थिति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और लोकतंत्र सेनानियों को अगर आकस्मिक चिकित्सा के लिए एयर एंबुलेंस की जरूरत होगी तो सरकार उनके लिए एयर एंबुलेंस का इंतजाम करावेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बीमार होने पर प्रदेश में चलने वाली एयर टैक्सी में लोकतंत्र सेनानियों को किराए में 25 प्रतिशत छूट मिलेगी।  

इस मौके पर मीसाबंदियो ने कहा कि  कांग्रेस ने 25 जून 1975 को देश पर आपातकाल थोपकर लोकतंत्र व संविधान की हत्या की थी। यह स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे विवादास्पद व अलोकतांत्रिक कार्य था। इंदिरा गांधी ने न सिर्फ चुनाव स्थगित किए वरन आम जनता के मौलिक अधिकारों पर भी रोक लगा दी। इंदिरा गांधी के राजनीतिक विरोधियों को कैद कर लिया गया और प्रेस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। स्वतंत्र भारत के इतिहास में अब तक कांग्रेस ने अनेक बार लोकतंत्र की हत्या की है। ऐसी कांग्रेस की समूल समाप्ति ही संविधान, हिंदुत्व व राष्ट्र के हित में होगा।