MP News: एमपी में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले आएगी नई स्टार्टअप पॉलिसी: चैतन्य कश्यप

राजनेताओं के अंदर आदर्श होना बहुत आवश्यक, सीएम टीम वर्क के साथ कार्य कर रहे हैं, रतलाम विधानसभा क्षेत्र इस वर्ष कुपोषण मुक्त होगा 

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भोपाल। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कश्यप ने कहा कि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए नई नीति जल्द घोषित की जाएगी। रतलाम विधानसभा क्षेत्र को जल्द ही कुपोषण मुक्त किया जाएगा। देश में आज राजनेताओं के अंदर आदर्श होना बहुत आवश्यक है। देश में कई राजनेताओं ने आदर्श स्थापित किए हैं।


सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कश्यप ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश में पिछले एक साल में 6 रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव किए हैं, जिनका प्रमुख उद्देश्य था कि प्रत्येक जिले के अंदर उद्योगों के बारे में जागृति आए। साथ ही बड़े उद्योगों को आकर्षित किया है कि वहां आकर उन क्षेत्रों में कार्य करें।

रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में 15-20 हजार युवाओं की भागीदारी हुई है और 4 लाख करोड़ से ज्यादा के एग्रीमेंट हुए हैं। अगर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग की बात करें तो एक वर्ष के अंदर नए उद्यमी प्रोत्साहन के रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर हैं। अभी तक 800 उद्यमियों को प्रोत्साहन सब्सिडी की स्वीकृति दी गई है। मार्च तक 1200 का आंकड़ा प्राप्त कर लेंगे जो पिछले वर्ष 700 था। इस वर्ष करीब 50 प्रतिशत की वृद्धि एमएसएमई उद्योगों में हुई है। हमारा उद्देश्य है कि हर जिले में रोजगार के अवसर बढ़े।


चैतन्य कश्यप ने कहा कि प्रदेश में बड़ी विभिन्नताएं हैं और उन विभिन्नताओं को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक जिले में एक-एक प्रोडेक्ट को उत्पादन का प्रोडेक्ट एक राष्ट्रीय स्तर की श्रृंखला है, जिसमें कृषि से संबंधित उत्पाद और हस्त शिल्प के भी हैं। किस जिलें में कौन सा उत्पाद लघु, मध्यम उद्योगों में बेहतर हो सकता है, उस दिशा में कार्य कर रहे हैं।


सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के अंदर उद्योगों को लेकर एक नया माहौल पैदा किया है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जो भोपाल में हो रही है उसके पहले उन्होंने पूरे देश के अंदर भी दौरे किए और जर्मनी-लंदन के साथ जापान का भी दौरा किया। प्रदेश में उद्योग के साथ, पर्यटन, माइनिंग इंडस्ट्री, आईटी क्षेत्र, फिल्म इंडस्ट्री सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश की बहुत संभावनाएं हैं।


चैतन्य कश्यप ने आगे कहा कि पिछले एक साल में हमने पारदर्शिता पर विशेष ध्यान दिया है। सब्सिडी का डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) किया है। करीब एक हजार करोड़ की सब्सिडी का वितरण सीधा उद्योगपतियों के खाते में किया है। उद्योगपति के लिए सब्सिडी एक संजीवनी होती है।

बैंको के लोन पर यदि बात करें तो नियमित रूप से जो जिलों की बैठकें होती हैं उनमें जो प्रकरण सब्सिडी के स्वीकृत करते हैं उनकी समीक्षा करते हैं। अब क्रेडिट गारंटी सिस्टम भी लागू कर दिया। जहां लघु उद्योगों को 80 प्रतिशत तक बैंक का ऋण सुरक्षित रहता है।


सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने यह भी कहा कि स्टार्टअप के साथियों से बातचीत कर रहे हैं। उसमें समझ आया कि हमारी वर्तमान नीति है वह स्टार्टअप के लिए बेहतर है। स्टार्टअप को सीट फंड मिले इसके लिए हम जीआईएस के पहले नई नीति ला रहे हैं। स्टार्टअप के लिए एक अभिनव नीति होगी।


वहीं चैतन्य कश्यप ने कहा कि 2013 में विधायक बना था तभी मैंने अपने वेतन भत्ते का समर्पण कर दिया था। तब मैंने आव्हान किया थी कि जो समर्थ लोग हैं उन्हें राजनीति में हमेशा ऐसे उदाहरण पेश करना चाहिए, जिससे की आम-जनता का विश्वास राजनेताओं की ओर बढ़े। वेतन भो का समर्पण अपनी जगह है लेकिन और भी कई माध्यम हो सकते है जिन्हें सक्षम राजनेताओं को करना चाहिए।


सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने बताया कि 2012 में राइट टू हाउसिंग का एक रिसर्च पेपर तैयार किया था। यह कॉन्सेप्ट मैंने 2004 में अहिंसा ग्राम की परिकल्पना करके रतलाम के अंदर उसको जमीन पर उतारा और वह सफल भी हुआ। राइट टू हाऊसिंग इतना बड़ा मुद्दा है। जो पूरी दुनिया के अंदर 72 देशों ने अपने संविधान के अंदर इसको ले रखा है। भारत भी उसमें शामिल है। गरीबी से मुक्ति पाने का सबसे पहला केंद्र बिंदु आवास होता है। हर व्यक्ति का सपना होता है, उसकी अपनी छत हो।


चैतन्य कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि खेल चेतना मेले को 25 वर्ष हो चुका है। इसका उद्देश्य ग्रामीण अंचल और शहरी क्षेत्र में खेलों को प्रोत्साहन देना है। ताकि गांव का हर बच्चा खेले। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट अलग होते हैं। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में लॉक स्तर तक ऐसी प्रतियोगिताएं हो, जिसमें ज्यादा से ज्यादा भागीदारी हो।


सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने यह भी बताया कि मेरे कार्यों की सराहना करके मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेरा उत्साह बढ़ाया है। पूरे प्रदेश में सीएम एक टीम वर्क के साथ काम कर रहे हैं और अपने साथियों का उत्साह बढ़ाना यह एक महत्वपूर्ण कार्य है। जो सामान्यत: राजनीति में नहीं देखा जाता है।


सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कश्यप ने चर्चा में बताया कि क्षेत्र में 2700 बच्चे कुपोषित थे। तब हमने उसका अध्ययन करके देखा कि जो कमी हो रही है दोपहर में चार बजे का भोजन बच्चों को एक बार और मिलना चाहिए और वो भोजन हमने हर आंगनवाड़ी में चालू कराया।

उस भोजन के माध्यम से पहले छह माह में 1300 बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए, अब रतलाम नगर में सिर्फ 650 बच्चे बचे हैं। कुपोषण को मिटाने के लिए सभी समाज को आगे आना चाहिए। इस वर्ष अपने विधानसभा को कुपोषण मुक्त करने का लक्ष्य रखा है।