MP News: एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव ने जापान के कोबे से डिप्टी सीएम, सीएस और रीवा कमिश्नर को लगाया फोन
महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए करें समुचित प्रबन्ध: डॉ. मोहन यादव

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रयागराज में हुई भगदड़ को ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव अनुराग जैन और रीवा संभाग के आयुक्त बीएस जामोद से दूरभाष पर बातचीत की। उन्होंने मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए समुचित और प्रभावी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कुंभ में एक दुखद घटना हुई, जिसमें कई श्रद्धालु काल के गाल में समा गए। परमात्मा उन सभी दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान प्रदान करें। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की दुर्घटना में मध्यप्रदेश के भी कुछ श्रद्धालुओं की मृत्यु की जानकारी मिली है।
उन्होंने बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान प्रदान करने की प्रार्थना की। उन्होंने निर्देश दिए कि मध्यप्रदेश बार्डर में श्रद्धालुओं के खाने, पानी तथा रुकने एवं चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
डिप्टी सीएम से डॉ. मोहन यादव ने की विस्तृत चर्चा
वहीं उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने प्रयागराज में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने रीवा मार्ग से प्रयागराज जा रहे सभी श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की विनम्र अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन उनकी सेवा में पूरी तत्परता से कार्यरत है और हर संभव मदद प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जापान यात्रा के दौरान लगातार प्रशासन से संपर्क में हैं। प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के संदर्भ में उनसे विस्तृत चर्चा की। उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से श्रद्धालुओं को हर संभव सहायता और सुविधाएं उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि स्थानीय प्रशासन एवं सामान्य जनों के सहयोग से व्यवस्थाओं का सुचारु संचालन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार इस स्थिति को लेकर पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है और महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं की हर समस्या का समाधान करने के लिए संकल्पित है।
उन्होंने कहा है कि वे लगातार स्थानीय प्रशासन से सीधे संपर्क में हैं और स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को आवश्यक सुविधाएं एवं सहायता प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।