MP News: कटनी सहित दस जिलों में होगी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव: डॉ. मोहन यादव

प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने मुख्यमंत्री का अभियान जारी

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भोपाल। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में आए निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार जुट गई है। संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के बाद भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी हो चुकी है। अब जीआईएस में आए 30 लाख 77 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं जुट गए हैं। 


रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव कटनी पहुंचे और स्थानीय उद्योगपतियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य में औद्योगिक निवेश के लिए बेहतर और अनुकूल वातावरण है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में उपलध संसाधन और संभावनाओं को देखते हुए कटनी सहित 10 अलग-अलग जिलों में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा।


कटनी जिला औद्योगिक निवेश की दृष्टि से संभावनाओं वाला जिला है। कटनी में उद्योग एवं निवेश को बढ़ावा देने से रोजगार और आर्थिक विकास के नए अवसर सृजित होंगे। ऐसे में कटनी में शीध्र ही मिनरल एंड माइनिंग और फूड प्रोसेसिंग संबंधी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की जायेगी।


उद्योगों को बढ़ावा देने मिशन के रूप में होगा कार्य
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए वर्ष-2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया गया है। पूरे वर्ष प्रदेश में औद्योगिक विकास को लेकर एक मिशन के तौर पर प्रयास किये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके तहत माइनिंग मिनरल, फूड प्रोसेसिंग जैसी जिस प्रकार की, जिस स्थान पर संभावनाएं उपलब्ध होंगी, प्रदेश की उन 10 अलग-अलग जगहों में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन होगा। 


उन्होंने कहा कि इसकी शुरूआत सबसे पहले इंदौर से आईटी, सेमीकंडटर व आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग पर केन्द्रित इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और फिर उज्जैन में पर्यटन (विशेषकर धार्मिक पर्यटन) और फूड प्रोसेसिंग के मद्देनजर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद अन्य स्थानों में भी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित होगी।


मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कटनी में माइनिंग एवं मिनरल्स, फूड प्रोसेसिंग, चूना उद्योग, मार्बल उद्योग के नजरिये से औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार समाज के सभी वर्गों की बेहतरी के लिए कदम से कदम मिलाकर चल रही है। मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के नजरिए से अनुकूलता है। राज्य में अलग-अलग प्रकार की परिस्थितियों के साथ संभावनाएँ भी है।