MP News: फिर टल सकते हैं सहकारी संस्थाओं के चुनाव, पंचायतों के पुर्नगठन का लग सकता है अडंगा

मध्यप्रदेश में कुल 4526 प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों के होने हैं इलेक्शन 

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भोपाल। प्रदेश की साढ़े चार हजार प्राथमिक सहकारी समितियों, सहकारी और अपेक्स बैंक के चुनाव पंचायतों के पुनर्गठन के प्रस्ताव के चलते फिर टलने के आसार है। सहकारिता निर्वाचन प्राधिकारी ने प्रदेश प्राथमिक सहकारी समितियों के चुनाव चार चरणों में कराने का प्रस्ताव दिया था लेकिन राज्य सरकार अब पंचायतों का पुनर्गठन करना चाहती है। इसके चलते ये चुनाव एक बार फिर टलने की संभावना है।

बता दें कि मध्यप्रदेश में 4526 प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों के चुनाव होने है। अपैक्स के चुनाव के बाद प्रदेश के 38 जिला सहकारी बैंको के चुनाव होंगे इसके बाद राज्य सहकारी बैंक अपैक्स बैंक के चुनाव सम्पन्न कराए जाएंगे। मध्यप्रदेश में विधानसभा, लोकसभा और गरीय निकाय चुनावों के कारण सहकारी समितियों के चुनाव बार-बार टलते आ रहे है। हाईकोर्ट राज्य सरकार और सहकारिता निर्वाचन प्राधिकारी को लंबित प्राथमिक सहकारी साख समितियों के चुनाव कराने के लिए निर्देशित कर चुका है। 

सहकारिता निर्वाचन प्राधिकारी एमबी ओझा ने प्रदेश की प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों के चुनाव चार चरणों में कराने का प्रस्ताव दिया है। पहले चरण में 24 जून से 13 अगस्त तक, दूसरे चरण में 29 जून से 16 अगस्त तक, तीसरे चरण में 13 जुलाई से 2 सितंबर तक और चौथे और अंतिम चरण में 20 जुलाई से 9 सितंबर के बीच चुनाव कराने के प्रस्ताव है। चार चरणों में होंने वाले इन चुनावों में समितियों के सदस्यों के चुनाव होंने है। इसके बाद इनके अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के चुनाव होंने है।

 सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार चाहती है कि पंचायतों का नये सिरे से पुनर्गठन किया जाए। जब पंचायतों का पुनर्गठन होगा तो उसमें पैक्स की सीमाएं भी बदल जाएंगी। इसलिए सरकार चाहती है कि पहले पंचायतों का पुनर्गठन हो उसके बाद पैक्स के चुनाव हो। इस प्रक्रिया में दो से तीन महीने लग जाएंगे और प्रदेश की भाजपा सरकार को नये सिरे से मैदानी स्तर पर सहकारी संस्थाओं के चुनाव की व्यापक तैयारी करने का समय भी मिल जाएगा। इसलिए पूरी संभावना है कि पेक्स के प्रस्तावित चुनाव कार्यक्रम को एक बार फिर टाल दिया जाए।