MP News: 10-12वीं में खराब रिजल्ट वाले निजी स्कूलों के खिलाफ माध्यमिक शिक्षा मंडल करेगा कार्यवाही

प्राइवेट स्कूलों के संचालकों की खैर नहीं, मान्यता का भी खतरा 

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भोपाल। शिक्षण सत्र 2024-25 में दसवीं और बारहवीं के परिणाम बेहतर आए इसको लेकर अभी से माध्यमिक शिक्षा मंडल एक्शन मोड में आ गया है। निजी स्कूलों का परिणाम सोच के मुताबिक नहीं आने पर माशिमं खासा चिंतित हो गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल निजी स्कूलों के परिणाम सही नहीं आने पर निजी स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्लान तैयार करने में लगा हुआ है। यह पहला मौका होगा जब परिणम को लेकर माशिमं निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नीतिगत फैसला लेने पर मंथन कर रहा है। 


माध्यमिक शिक्षा मंडल से लोगों का कहना है कि शासकीय स्कूलों का रिजल्ट खराब आने का मामला समझ में आता है, लेकिन निजी स्कूलों के परिणाम खराब आने का मतलब है कि शिक्षा व्यवस्था की बुनियाद बनाने में कोई कमी रह गई है। शासकीय स्कूलों का रिजल्ट खराब आने पर स्कूल शिक्षा विभाग संबंधित प्राचायों और टीचर्स को नोटिस देकर जबाब तलब किया है। 

प्राइवेट स्कूलों के संचालक नपेंगे
रिजल्ट खराब होने पर माशिम ने निजी स्कूल संचालकों पर कार्रवाई करने के लिए मन बना लिया है। निजी स्कूलों में पालक मंहगी फीस देकर बच्चों का दाखिला कराते है, ऐसे में निजी स्कूलों का रिजल्ट खराब आने पर टीचरों के बजाए मंडल स्कूल संचालक के पर कार्रवाई करने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर रहा है।


मान्यता हो सकती है निरस्त
शिक्षा मंडल से जुड़े लोगों का कहना है कि निजी स्कूल के टीचरों के खिलाफ माशिमं कोई कार्रवाई नहीं करेगा। लेकिन स्कूल की मान्यता को लेकर माशिमं जरूर कार्रवाई करेगा। जिस निजी स्कूल का परिणाम लगातार दो साल खराब आया तो ऐसे स्कूलों की मान्यता माशिमं रद्द करने की तैयारी शुरू कर रहा है। शिक्षा के व्यवसाय पर लगेगा लगाम: स्कूल खोलना अब ज्ञान देने की परंपरा की बजाए व्यवसाय करने की परंपरा बन गई है। शिक्षा की गुणवत्ता और मापदंडों को पूरा करने की बजाए निजी स्कूल संचालक शिक्षा को व्यवसाय की नजरिए से देख रहे है। जिसके चलते शिक्षा के मापदंडों का निजी स्कूल संचालक ख्याल नहीं रखते है। परिणाम खराब आने के पीछे मूल कारण यही है।

इनका कहना है
निजी स्कूलों का परिणाम खराब आने के पीछे माशिम कारणों की तलाश में जुटा हुआ है। माशिम खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। 
- केडी त्रिपाठी, सचिव, माशिमं