MP News: भाजपा ने किया कांग्रेस के गढ़ में सुराख; कमलनाथ के करीबी विधायक ने छोड़ी कांग्रेस, पकड़ी बीजेपी

छिंदवाड़ा अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश प्रताप शाह ने विधायक पद से दिया इस्तीफा 

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chhindwada

लोकसभा चुनाव से पहले यूं तो हर रोज ही बड़ी संख्या में नेता-कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। लेकिन इस बार बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा का ही एक विकेट गिरा दिया है। दरअसल छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा से विधायक कमलेश प्रताप शाह ने पहले तो विधायक पद से इस्तीफा दिया उसके बाद भाजपा का गमछा पहन लिया। तीन बार के विधायक का यूं पार्टी छोड़कर जाना न सिर्फ कांग्रेस के लिए बल्कि कमलनाथ के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है। 


बता दें कि अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश प्रताप शाह ने शुक्रवार को ही विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को विधायक पद से अपना इस्तीफा सौंपा। जिसे विस अध्यक्ष के द्वारा मंजूर कर लिया गया। इसकी पुष्टि विधानसभा सचिव एपी सिंह ने की। इसके साथ ही प्रदेश में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घट कर 65 हो चुकी है। मौजूदा विधानसभा में वे पहले विधायक हैं, जिन्होंने दल बदला है।

नकुलनाथ की बढ़ी टेंशन
बीजेपी पहले ही प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत का दावा कर रही है। कांग्रेस के कब्जे वाली छिंदवाड़ा को हथियाने के लिए बीजेपी ने यह बड़ा दांव खेला है। वहीं कांग्रेस के खेमे में हड़कंप की स्थिति है। छिंदवाड़ा जिले की सातों विधानसभा सीटें कांग्रेस के खाते में थीं। लेकिन अब केवल ६ सीटें ही बची हैं। जो छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ के लिए भी चिंता का सबब है। अब कांग्रेस छिंदवाड़ा के इस डैमेज का कैसे कंट्रोल करती है यह काफी अहम होगा।

पत्नी व बहन ने भी ली सदस्यता
 कमलेश प्रताप शाह ने शुक्रवार शाम भोपाल के सीएम हाउस में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने बीजेपी की सदस्यता ली।  शाह के साथ उनकी पत्नी हरई नगरपालिका की पूर्व अध्यक्ष माधवी शाह व बहन जिला पंचायत सदस्य केसर नेताम भी बीजेपी में शामिल हुईं।  सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि  छिंदवाड़ा में गड़बड़ है और उसके उदाहरण निकालकर सामने आ रहे हैं। आज पूरा प्रदेश मोदीमय है। जिनकी तीन पीढ़ियां विधायक रह चुकी हैं, वह आज कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हो गए हैं।   

कमलेश प्रताप शाह हर्रई के राजपरिवार से आते हैं। वह साल २०१३ से लगातार अमरवाड़ा विधानसभा से कांग्रेस के विधायक निर्वाचित होते आ रहे हैं। उनके कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने को लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।