MP News: बीजेपी विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने दिग्विजय सिंह को रीवा से लोकसभा चुनाव लड़ने की दी चुनौती
सिद्धार्थ बोले- रीवा में आपके के काफी समर्थक, नहीं होना चाहिए बड़ा चैलेंज
रीवा। बीजेपी विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने कांग्रेस नेता और सांसद दिग्विजय सिंह को रीवा से लोकसभा चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। नवोदित विधायक ने कहा कि रीवा जिले में दिग्विजय सिंह के कट्टर समर्थक हैं, और इसलिए, इस विशेष निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीतना उनके लिए कोई बड़ी चुनौती नहीं होनी चाहिए।
दरअसल विधायक सिद्धार्थ तिवारी की चुनौती तब आई जब सिंह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में एक पखवाड़े में पांच भारत रत्न की घोषणा पर सवाल उठाया और ईवीएम के बजाय मतपत्र के माध्यम से चुनाव कराने की मांग की।
पूर्व सीएम व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, सिद्धार्थ तिवारी ने पूछा, क्या आप (दिग्विजय) कह रहे हैं कि कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में फर्जीवाड़ा करके जीत हासिल की? मैं आपको रीवा संसदीय क्षेत्र से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की चुनौती देता हूं। जैसा कि आपके कट्टर समर्थकों को आप बेहद स्वीकार्य लगते हैं, यह कोई बड़ा चैलेंज नहीं होगा ऐसा नहीं होना चाहिए। एक बड़ी चुनौती हो।
Shri @digvijaya_28 ji, are you saying @OfficeOfKNath ji won Chindwara by fakery? I challenge you to contest 2024 Loksabha election from Rewa parliamentary constituency. As your bigoted supporters find you Uber-acceptable this shud not be a big challenge. @BJP4India @BJP4MP https://t.co/HZsbZweZPF
— Siddharth Tiwari (@Siddh_vindhya) February 11, 2024
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— Siddharth Tiwari (@Siddh_vindhya) February 11, 2024
बता दें कि हाल ही हुए विधानसभा चुनाव से पहले सिद्धार्थ तिवारी कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे, जिसके बाद उन्होंने बीजेपी की टिकट से त्योंथर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। कांग्रेस छोड़ने के बाद लगातार सिद्धार्थ तिवारी कमलनाथ और सिंह के खिलाफ मुखर रहे हैं। हालांकि सिद्धार्थ तिवारी के दादा स्व.श्रीनिवास तिवारी, दिग्विजय सिंह की १० वर्षोंे की सरकार के दौरान विधानसभा अध्यक्ष रहे। जिनको कद प्रदेश की राजनीति में काफी बड़ा रहा।
उनके दादा श्रीनिवास तिवारी 1993 से 2003 तक मध्य प्रदेश में सिंह सरकार के दौरान विधानसभा अध्यक्ष थे। पिछले चार बार से लगातार भाजपा ने रीवा लोकसभा जीती है। सिद्धार्थ के पिता (दिवंगत) सुंदरलाल तिवारी ने आखिरी बार 1999 में कांग्रेस के टिकट पर रीवा लोकसभा सीट जीती थी। सिद्धार्थ ने 2019 में कांग्रेस के टिकट पर रीवा से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, हालांकि, वह भाजपा के जनार्दन मिश्रा से हार गए थे। रीवा की राजनीति में तिवारी परिवार की मजबूत पकड़ है।