MP News: जितने ठूंठ मिलेंगे, उसके दो गुना पौधे लगाएंगे बीट प्रभारी, एमपी में पहली बार ऐसा फैसला

पेड़ बनने तक इनकी जिम्मेदारी लेनी होगी जिम्मेदारी, वन विभाग ने किया नवाचार

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शहडोल।  वन वृत्त शहडोल के दक्षिण वन मंडल ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नवाचार किया है। जंगल में जितने ठूंठ मिलेंगे उसके बदले उस क्षेत्र के बीट प्रभारी को दो गुना पौधे लगाने होंगे और पेड़ बनने तक इनकी जिम्मेदारी भी लेनी होगी। मध्य प्रदेश में पहली बार वन विभाग ने इस तरह का नवाचार किया है। इसके तहत डीएफओ, एसडीओ, रेंजर, डिप्टी रेंजर जंगलों का निरीक्षण कर ठूंठ चिह्नित करेंगे। इसके बाद बीट प्रभारी को पौधारोपण व पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी दी जाएगी।

वन विभाग के इस नवाचार से कर्मचारी भी कदम से कदम मिला रहे हैं। इसके अलावा 300 वन कर्मियों ने संकल्प लिया है कि वे 25-25 पौधों का रोपण कर उनकी रक्षा भी करेंगे। पिछले माह अधिकारियों के निरीक्षण में 100 ठूंठ मिले थे, जिसके बदले दो गुना पौधों का रोपण बीट प्रभारी को करने के निर्देश जारी किए गए हैं। अधिकारी शहडोल के दक्षिण वन मंडल के जंगलों का भ्रमण कर ठूंठ की तलाश कर रहे हैं, ताकी मानसून शुरू होने पर उसी अनुपात में बीट प्रभारियों से पौधारोपण कराया जा सके।

जंगल में निस्तार के लिए लकड़ी काटी जाती है, जिसके ठूंठ बचे रहते हैं। निरीक्षण में मिले इन ठूंठों पर जुर्माना भी लगाया जाता है, जिसकी भरवाई संबंधित बीट प्रभारी को ही करनी पड़ती है। अब जुर्माने की भरपाई के साथ ठूठों के बदले बीट प्रभारियों को पौधे भी रोपने पड़ेंगे। इस पहल से जंगल की हरियाली में कमी नहीं आएगी और काटे पेड़ों की भरपाई होती रहेगी।

प्रदेश में इस तरह की पहल पहली बार किसी डीएफओ ने की है। इससे पौधारोपण के प्रति वन विभाग के अमले में रुचि बढ़ेगी और जंगल भी सुरक्षित रहेंगे। इस मानसून सीजन में यह पहल लागू हो जाएगी, जिसका असर जंगलों में दिखने लगेगा। वन विभाग के अमले ने जलाशयों के किनारे पौधरोपण शुरू भी कर दिया है। जंगल अलावा कही भी पौधारोपण करने की छूट दी गई है, लेकिन उसका रिकॉर्ड रखना ही पड़ेगा।

वनमंडलाधिकारी श्रद्धा पंद्रे ने विभागीय अमले को जारी आदेश में कहा है कि वे अपने घरों, आस-पास के क्षेत्रों में मानसून आने के बाद 25-25 पौधे लगाएं और बड़े होने तक उनकी देखभाल भी करें। पेड़ लगाने का प्रतिवेदन वनमंडल कार्यालय में जमा करें। इसके साथ ही नवाचार के तहत बीट निरीक्षण के समस्त प्रकरणों में पाए गए ठूंठों के विरुद्ध दो गुने पौधे बीटगार्ड लगवाएं। पौधों का प्रत्येक माह जीवितता की रिपोर्ट परिक्षेत्राधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत भी करें।

इनका कहना है-
जंगलों में बीट निरीक्षण के दौरान मिले ठूंठों के बदले दोगुना पेड़ लगाने का हमने नवाचार किया है। इसका कोई सरकारी निर्देश नहीं है, हमने पर्यावरण सुरक्षा के लिए खुद यह प्रयोग अपने मंडल में शुरू किया है। इससे हमारे वन कर्मियों में जंगल की सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी और बढ़ेगी। साथ ही जंगल हरे-भरे रहेंगे। निर्देश जारी कर दिया है और पौधे भी लगवाने लगे हैं। 
- श्रद्धा पंद्रे, वनमंडलाधिकारी दक्षिण शहडोल