MP Elections 2023: हारने वाली सीटों को जिताने का जिम्मा Digvijay Singh के हवाले

एक-एक सीट पर इस बार कांग्रेस लगाएगी ऐड़ी-चोटी, तगड़ी है तैयारी
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MP Elections 2023: हारने वाली सीटों को जिताने का जिम्मा Digvijay Singh के हवाले

इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब कांग्रेस चुनावी मोड में नजर आने लगी है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच पटरी नहीं बैठने जैसी बातें भी अक्सर उठती है, लेकिन हकीकत यह है कि दोनो नेता तालमेल के साथ संगठन का काम कर रहे है। कमलनाथ ने चुनावी रणनीति का खुलासा भी विगत दिनों इंदौर यात्रा के दौरान किया। उन्होंने बताया कि लगभग रोज दिग्विजय सिंह और उनके बीच चर्चा होती है।

जहां कमजोर वहां ज्यादा जोर
दिग्विजय सिंह उन सीटों पर ज्यादा जोर दे रहे है, जहां कांग्रेस ज्यादा कमजोर है और लगातार तीन-चार मर्तबा चुनाव हार चुकी है। ऐसी सीटों के दौरे सिंह कर रहे है और वहां संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकात कर हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है। इसके अलावा कांग्रेस के अलग-अलग गुटों को एक साथ बैठा कर इस बार चुनाव में एकजुट होकर काम करने को कहा जा रहा है। विंध्य में दिग्विजय सिंह का पूरा फोकस रहेगा खासकर रीवा जिले में। 


हारने वाली सीटों पर जल्दी होगी उम्मीदवारों की घोषणा
जिस सीटों पर कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है और जो भी कांग्रेस के दावेदार है, उनमें से मजबूत दावेदार पर नेताओं को नजर है और कई नेताओं को चुनावी तैयारी करने के संकेत भी दिए जा चुके है। कांग्रेस ऐसी सीटों पर सबसे पहले उम्मीदवार घोषित करेगी, ताकि उम्मीदवार को चुनाव की तैयारियों का ज्यादा से ज्यादा मौका मिल सके।

मालवा निमाड़ की यह सीटें कांग्रेस के लिए कमजोर
वैसे पिछले चुनाव में कांग्रेस को मालवा निमाड़ से ही सफलता मिली थी। यहां 32 से ज्यादा सीटें कांग्रेस ने जीती थी, लेकिन इस क्षेत्र में कुछ सीटें ऐसी है, जहां कांग्रेस जीत नहीं पाती। अब सिंह खुद ऐसी सीटों पर जा रहे है।विंध्य में दिग्विजय दो दिन डेरा डाल चुके हैं। इंदौर के दो नंबर विधानसभा क्षेत्र के अलावा पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस जीत नहीं पाती है। इसके अलावा महू विधानसभा सीट भी लगातार तीन बार भाजपा जीत चुकी है। 30 मार्च को दिग्विजय सिंह महू विधानसभा क्षेत्र के दौरा कर चुके है। हरसूद विधानसभा क्षेत्र के अलावा उज्जैन शहर की सीट भी कांग्रेस जीत नहीं पाती है। 26 मार्च को ग्वालियर जिले की उन सीटों पर सिंह जा चुके है, जहां कांग्रेस को सफलता नहीं मिलती है।

दिग्विजय तैयार कर रहे रिपोर्ट
कमलनाथ ने बताया कि दिग्विजय सिंह दस वर्षों तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है। उनका अच्छा नेटवर्क है और वे उन सीटों का दौरा कर रहे जहां कांग्रेस लगातार हार रही है। ऐसी सीटों की वे रिपोर्ट भी तैयार कर रहे है।