MP Election: विंध्य के 13 सीटों पर BJP ने घोषित किए प्रत्याशी; 5 सीटों पर नए चेहरे, 5 विधायकों का पत्ता साफ

रीवा के 2 विधायकों के टिकट कटे; सिंगरौली जिले की सभी सीटों पर भाजपा ने दिए नए चेहरे, सतना-सीधी में प्रत्याशी रिपीट   

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गुड मॉर्निंग, रीवा/शहडोल/भोपाल। मध्यप्रदेश में बीजेपी ने 92 कैंडिडेट्स की 5वीं लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में मौजूदा 67 विधायकों में से 37 को फिर से मौका मिला है, जबकि 3 मंत्रियों समेत 29 विधायकों के टिकट काटे गए हैं। जिसमें विंध्य के 5 विधायक शामिल हैं। अब विंध्य क्षेत्र की शेष बची सभी १३ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित हो चुके हैं। रीवा जिले के 2 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। जबकि सिंगरौली के सभी तीन विधायकों को सूची में जगह नहीं मिली है। 

कुल मिलाकर देखा जाए तो भाजपा ने विंध्य में सबसे ज्यादा उटलफेर सिंगरौली जिले में किया है। जहां सभी विधायकों के टिकट काट कर नए चेहरे उतारे गए हैं। माना जा रहा है कि सभी की सर्वे रिपोर्ट ठीक नहीं थी जिसके बाद पार्टी ने बड़े पैमाने पर कार्यवाही की है। इसी तरह रीवा जिले से भी दो विधायकों को घर बैठाने का निर्णय पार्टी ने लिया है। 
 

रीवा जिला : 2 विधायकों के टिकट कटे 
रीवा की मनगवां विधानसभा से वरिष्ठ विधायक पंचूलाल प्रजापति तथा त्योंथर विधायक श्यामलाल द्विवेदी के नाम शामिल है। दोनों ही सीटों पर बीजेपी ने नए और युवा चेहरों पर भरोसा जताया है। त्योंथर से सिद्धार्थ तिवारी राज को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है, जबकि मनगवां (अजा) से नरेन्द्र प्रजापति उम्मीदवार हैं। ये दोनों चेहरे भाजपा के लिए नए है। सिद्धार्थ तिवारी राज पांच दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। वे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते है। जबकि नरेन्द्र प्रजापति संघ की पंसद हैं। वहीं जिले के गुढ़ विधानसभा से नागेन्द्र सिंह और सेमरिया विधानसभा से केपी त्रिपाठी को रिपीट किया गया है। नागेन्द्र सिंह चार बार के विधायक हैं। वे पहली बार 1985 में कांग्रेस पार्टी से विधायक बने। इसके बाद 2003 और 2008 में भाजपा से विधायक बने। चौथी बार 2018 में जीत का चौका लगाया है। जबकि केपी त्रिपाठी 2015 में रीवा जनपद पंचायत से अध्यक्ष रहे। 2018 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद जनपद से इस्तीफा दे दिया। अब पार्टी ने दोबारा भरोसा किया है।

सतना जिला: तीनों प्रत्याशी रिपीट
 इसी तरह सतना जिले के नागौद विधानसभा सीट से उम्र के सभी पैमानों को ध्वस्त करते हुए बीजेपी ने एक बार फिर वरिष्ठ विधायक नागेंद्र सिंह नागौद को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं रैगांव (अजा) सीट से प्रतिमा बागरी भाजपा प्रत्याशी होंगी। बता दें कि साल 2021 में हुए उपचुनाव में भी प्रतिमा बागरी ने चुनाव लड़ा था लेकिन वह कांग्रेस की कल्पना वर्मा से चुनाव हार गई थीं। जबकि अमरपाटन से राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल एक बार फिर भाजपा उम्मीदवार होंगे।

सिंगरौली: सभी सीटों पर नए चेहरे
सिंगरौली जिले की तीनों सीटों पर बीजेपी ने अपने मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। सिंगरौली विधानसभा सीट से सिटिंग एमएलए रामलल्लू वैश्य की जगह रामनिवास रावत, चितरंगी से विधायक के अमर सिंह स्थान पर राधा सिंह तथा देवसर (अजा) सीट से सुभाष रामचरित्र वर्मा की जगह राजेंद्र मेश्राम को भाजपा ने चुनावी समर में उतारा है। यानी सिंगरौली जिले की सभी सीटों पर पार्टी ने नए विधायकों के बजाय नए चेहरों पर दांव लगाया है।

सीधी: एक बची सीट पर विधायक ही उम्मीदवार
 जबकि सीधी जिले की धौहनी(अजजा) विधानसभा सीट से विधायक कुंवर सिंह टेकाम को पार्टी ने एक बार फिर मौका दिया है। 

शहडोल: ब्योहारी और बांधवगढ़ रिपीट 
शहडोल जिले के ब्योहारी(अजजा) सीट से विधायक शरद जुगलाल कोल को उम्मीदवार घोषित किया गया है जबकि उमरिया जिले के बांधवगढ(अजजा) सीट से विधायक शिवनारायण सिंह को बीजेपी की टिकट मिली है।