MP Board: 10वीं-12वीं की परीक्षा में किए गए बड़े बदलाव; जूते, मोजे व टोपी पहनने पर रोक, अंदर-बाहर होगी चेकिंग

प्रश्नपत्रों को इंटरनेट में वायरल होने से बचाने बोर्ड सख्त 

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गुड मॉर्निंग, भोपाल। मध्यप्रदेश बोर्ड परीक्षा ( 10वीं व 12वीं ) में इस बार सुरक्षा संबंधित नियमों में कई बड़े बदलाव किए गए हंै। जो परीक्षा से पहले हर परीक्षार्थी को जान लेना बेहद जरूरी है। क्यों कि इन्हे जाने बगैर आप परीक्षा के दिन परेशान हो सकते हैं। तो इस खबर में माध्यम से पूरे नियम कायदे विस्तार से पढ़िए- 

एमपी में बोर्ड की परीक्षाएं अगले महीने से शुरू होने जा रहे हैं ऐसे में माशिमं, भोपाल ने पूरी तैयारी कर ली है। वहीं नकल पर रोक लगाने एवं इंटरनेट पर पेपर को वायरल होने से बचाने के लिए बोर्ड ज्यादा गंभीर है। यही कारण हैं कि परीक्षार्थी के लिए इस बार नियमों में बड़ा चेंज किया गया है। जानकारी के अनुसार इस बार परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष के अंदर जूते, मोजे, टोपी या जैकेट पहनने की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई स्टूडेंट जूते, मोजे, टोपी या जैकेट पहनकर केंद्र में पहुंचता है तो उसे कक्ष के बाहर ही उतारना होगा। 

माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक इस बार परीक्षार्थियों की परीक्षा केंद्र और कक्ष के बाहर दोनों जगह जांच की जाएगी। केंद्र के प्रवेश द्वार पर केंद्राध्यक्षों की उपस्थिति में ही चेंकिग की जाएगी।  वहीं छात्राओं की तलाशी सिर्फ महिला शिक्षक ही ले सकेंगी। बता दें कि 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं पांच फरवरी से शुरू होंगी। दोनों कक्षाओं में करीब 17 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।


पेपर खत्म होने के बाद ऑन कर सकेंगे मोबाइल
प्रश्नपत्रों को इंटरनेट की पहुंच से दूर करने के लिए बोर्ड ने काफी महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिसके तहत  परीक्षा केंद्र में किसी को भी मोबाइल अंदर ले जाने के लिए मनाही होगी। वहीं  यदि केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक एवं अन्य स्टाफ अगर मोबाइल लेकर पहुंचे हैं तो पेपर के बाक्स खुलने के पहले मोबाइल को एकत्रित करके आलमारी में रखकर सील कराना होगा। यह सब कार्य केंद्राध्यक्ष की उपस्थिति में किया जाएगा।  जिसके बाद सील अलमारी को परीक्षा समाप्त होने के आधे घंटे बाद ही खोला जाएगा।  परीक्षार्थियों को केंद्र के अंदर मोबाइल लाने की मनाही होगी।