MP Board 10TH Result: इस साल से 10वीं बोर्ड परीक्षा में बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति हो जाएगी समाप्त, माशिमं ने जारी किए आदेश

 इस योजना के कारण अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे मुख्य विषय में लगातार फेल हो रहे थे छात्र

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भोपाल। इस सत्र से माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना समाप्त हो जाएगी। साथ ही नौवीं की वार्षिक परीक्षा में भी प्राप्तांकों की गणना में इस पद्धति को लागू नहीं किया जाएगा। शासन को स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भेजा था, जहां से मंजूरी मिलने के बाद माशिमं ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि छह साल पहले मप्र बोर्ड के 10वीं कक्षा में बेस्ट आफ फाइव पद्धति लागू की गई थी। इसके तहत छह विषयों में से अगर विद्यार्थी एक विषय में फेल भी हो जाता है तो पांच विषयों के प्राप्तांकों के आधार पर पास किया जाता था। विभाग ने इस योजना को खत्म करने के पीछे छह साल के 10वीं के परिणाम का आकलन करने पर पाया कि इस योजना के कारण 10वीं के विद्यार्थी मुख्य विषय अंग्रेजी, गणित व विज्ञान में पीछे हो रहे थे। बता दें कि हर माल 10वीं में करीब डेढ़ से दो लाख विद्यार्थी अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे मुख्य विषय में फेल हो रहे थे। मप्र बोर्ड 10वीं की परीक्षा में हर साल प्रदेश से करीब 10 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं। शिक्षाविदों का कहना है कि इस पद्धति को समाप्त करने से विद्यार्थी मुख्य विषयों की पढ़ाई ठीक से कर सकेंगे

 
 

परिणाम में सुधार करने लागू की गई थी योजना
बेस्ट आफ फाइव योजना को 10वीं के परिणाम में सुधार करने के लिए 2017-18 में लागू किया गया था। इस योजना के तहत अगर विद्यार्थी छह विषयों में से पांच विषय में पास हो जाता है और एक विषय में फेल होता है तो भी उसे पास घोषित किया जाता था। इसमें सर्वाधिक अंकों वाले पांच विषयों के नंबर जोड़कर परिणाम घोषित किया जाता था, जबकि सबसे कम अंक आने वाले छठवें विषय को रिजल्ट में शामिल नहीं किया जाता था।

 पिछले साल मप्र बोर्ड 10वीं की अंग्रेजी में दो लाख 66 हजार विद्यार्थी, गणित में दो लाख 17 हजार व विज्ञान में दो लाख 28 हजार विद्यार्थी फेल हुए थे, जिन्हें बेस्ट आफ फाइव पद्धति से पास किया गया था। 10वीं के छह विषयों के परिणाम में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी में सबसे ज्यादा विद्यार्थी फेल हो रहे थे। यह हालात पिछले कुछ सालों से बेस्ट फाइव लागू होने के बाद बने हुए थे।

 17 लाख से अधिक छात्र- छात्राओं को रिजल्ट का इंतजार 
मध्यप्रदेश में बोर्ड रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम के लिए प्रदेश के 17 लाख से अधिक छात्र- छात्राओं का इंतजार जल्द ही खत्म हो सकता है। इन कक्षाओं का रिजल्ट कब जारी होगा, इस बारे में स्कूल शिक्षा बोर्ड जल्द ही ऐलान कर सकता है। पूरी संभावना जताई जा रही है कि परीक्षा परिणाम अगले ससाह जारी किए जा सकते हैं। 


 

कॉपियों की जांच का काम पूरा 
जानकारी के मुताबिक कॉपियों की जांच का काम करीब पूरा हो चुका है। बता दें कि मध्य प्रदेश बोर्ड के मुताबिक, कक्षा 10 की वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन 5 फरवरी से 28 फरवरी किया गया था, वहीं दूसरी ओर कक्षा 12 के परीक्षाएं 6 फरवरी से 5 मार्च तक हुई थी। इन दोनों ही परीक्षाओं में 17 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे।