Metro Rail: इंदौर-भोपाल के बाद अब प्रदेश के इन शहरों में मेट्रो ट्रेन चलाए जाने की योजना

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की बड़ी घोषणा

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प्रदेश के इंदौर और भोपाल में मेट्रो लाइन का निर्माण तेजी से जारी है। मंगलवार को सीएम डॉ मोहन यादव ने भोपाल मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के लिए 8 स्टेशनों का भूमिपूजन भी किया। इसके साथ ही नगरीय निकाय के कार्यक्रम में सीएम ने बड़ी घोषणा भी कर दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ भोपाल-इंदौर ही नहीं आने वाले समय में प्रदेश के ग्वालियर, जबलपुर सहित अन्य नगरों में भी मेट्रो लाइन की राह खुलेगी।  प्रदेश में रेलवे क्रासिंग खत्म करने के लिए 105 रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के साथ ही 334 पुलों के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगरीय निकायों के विकास कार्यों के लिए 1000 करोड़ रूपए की राशि का अंतरण किया। 


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शहरों में स्वच्छता, मेट्रो जैसे अत्याधुनिक परिवहन साधन, युवाओं को रोजगार आज की प्राथमिकताएं हैं। आज एक मंच पर एक बहुआयामी कार्यक्रम के माध्यम से इन क्षेत्रों में प्रोत्साहन, नए कार्यों की शुरूआत और नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति प्रदान करने का महत्ती कार्य हो रहा है। यह एक लघु कुंभ की तरह है, जिसमें अलग-अलग तरह के हितग्राहियों, शासकीय सेवकों और संस्थाओं को पुरस्कृत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में श्रेष्ठ कार्य के लिए चयनित नगरीय निकायों को पुरस्कृत कर रहे थे।
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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में राष्ट्रवासियों को स्वच्छता अभियान में भागीदारी का आह्वान किया था। पूरा देश स्वच्छता अभियान के अंतर्गत नगरों, कस्बों और ग्रामों में उदाहरण स्थापित कर रहा है। मध्यप्रदेश को स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी होने का सौभाग्य मिला है। जहाँ इंदौर शहर 7वीं बार स्वच्छतम शहर के रूप में चुना गया, वहीं भोपाल श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी चुनी गई है। भोपाल देश में भी 5वें क्रम पर स्वच्छ शहर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुरस्कृत निकायों को बधाई देते हुए भविष्य में भी स्वच्छता क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने की अपेक्षा की।

 नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नगरीयनिकायों से जुड़े जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शहरों में नागरिक सर्वाधिक अपेक्षाएं पार्षदों से करते हैं, यह स्वाभाविक भी है। स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर और प्रदेश के अन्य नगरों को अच्छे कार्य के लिए भारत सरकार ने चयनित किया। इसके साथ ही जोनल अवार्ड के अंतर्गत विभिन्न निकायों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।