MP की सभी सैन्य छवनियों को रक्षा मंत्रालय करेगा ख़त्म, बनेंगे मिलिट्री स्टेशन

प्रदेश के जबलपुर, सागर, (मुरार) ग्वालियर, महू और पचमढ़ी में मौजूद हैं छावनी
 
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रक्षा मंत्रालय ने प्रदेश में बनी 5 से सैन्य छवनियों को खत्म करने का फैसला लिया है जिसमें जबलपुर, सागर, (मुरार) ग्वालियर, महू और पचमढ़ी शामिल दरअसल इन सैन्य छावनी को खत्म करने के पीछे रक्षा मंत्रालय ने तर्क दिया है कि रक्षा बजट का एक बड़ा हिस्सा इन छावनियों के विकास पर खर्च हो रहा है। इसके बाद इनके सिविल एरिया में पालिका का गठन किया जाएगा।
 
मिलिट्री स्टेशन में तब्दील होगा छावनी परिसर

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि छावनी के रखरखाव में बड़ा बजट खर्च होता है. छावनियों के नागरिक क्षेत्रों के विस्तार के लिए सेना की जमीन की जरूरत पड़ती है, इसलिए छावनी परिषद सैन्य क्षेत्र मिलिट्री स्टेशन में तब्दील हो जाएगा।ये सभी छावनी परिषद सैन्य क्षेत्र मिलिट्री स्टेशन में तब्दील हो जाएगी, जबकि सविल एरिया के लिए अलग से पालिका का गठन किया जाएगा।

खास बात यह है कि छावनी परिषद में रहने वाले नागरिकों को अभी भी सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ नहीं मिल पाता है, लेकिन सिविल एरिया में पालिका गठन होने से इन नागरिकों को सरकारी योजनाओं का भी सीधा लाभ मिलना शुरू हो जाएगा, जबकि कैंटोनमेंट बोर्ड से मिलिट्री स्टेशन बनने के बाद सेना भी अपने एरिया पर पूरा फोकस करेगी।

बता दें कि इनमें से कई छावनियां बहुत पुरानी है, जिनमें पचमढ़ी और महू की स्थापना 1818 में हुई थी। खास बात यह है कि इन छावनियों का एरिया भी बहुत बड़ा था। लेकिन रक्षा मंत्रालय अब इन्हें खत्म करेगा। इसी तरह मुरार महू जबलपुर और सागर की सैनिक छावनियां भी सालों काफी पुरानी है।