Amit Shah Bhopal Visit: छोटे दौरे में बड़े संकेत दे गए अमित शाह, अब नहीं होगा बदलाव, गुटबाज़ी पर चेताया

चुनाव का ब्लूप्रिंट तैयार, आदिवासी अंचल, कमजोर सीटों से लेकर संगठनात्मक फीडबैक पर हुई चर्चा

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amit shah

प्रदेश में चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मंगलवार का दौरा सत्ता-संगठन के लिए चुनावी रोडमैप का फायनल प्रिंट दे गए। शाह के छोटे दौरे में बड़ा संकेत था। अनुसार काम करने का संदेश दिया। 


शाह का प्लेन लेट हो गया, जिससे वे करीब सवा आठ बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे। फिर प्रदेश भाजपा कार्यालय आए, जहां करीब 3:32 घंटे रहे यहां सत्ता-संगठन के हर अहम व्यक्ति से बातचीत की।की बैठक में चिह्नित 13 नेताओं की ही एंटी रही। बैठक में शाह ने क्षेत्रीय क्षत्रपों की सुनी तो संगठन की अब तक की तैयारी को भी समझा। इसके बाद विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के चुनावी रोडमैप का पूरा ब्ल्यूप्रिंट समझा दिया। शाह अपने साथ ही मप्र का फीडबैक लेकर आए थे।

शाह की बैठक में तय किया गया कि अब आदिवासी अंचल पर विशेष ध्यान देना है। आदिवासी इलाकों व अन्य क्षेत्रकी अलग-अलग नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। क्षेत्रीय क्षत्रपों को भी काम बांटा जाएगा चुनाव संबंधित विभिन्न समितियों को भी जल्द बनाया जाएगा। टिकट को लेकर साफ गाइडलाइन दे दी गई कि संगठन स्तर पर ही तय होगा। इसमें दिल्ली से ही गाइडलाइन रहेगी। 

विजय संकल्प अभियान चलेगा

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया कि बैठक में विजय संकल्प अभियान चलाना तय किया गया है। यह अभियान स्तर पर चलेगा।

बैठक में सिर्फ 13 नेता
अमित शाह की बैठक में सिर्फ 13 नेता मौजूद रहे इनमें केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव व अश्विनी वैष्णव, सीएम शिवराज सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रवेश प्रभारी मुरलीधर राव, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, केंद्रीय मंत्री व्यक्तिदित्य सिंधिया व नरेंद्र सिंह तोमर फरगन सिंह कुलस्ते पहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय व मप्र के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा मौजूद रहे। शाह की रणनीति के तहत कांग्रेस पर भाजपा और आक्रामक होगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पर सियासी अटेक बढ़ेंगे।

 

अमित शाह ने स्पष्ट किए संकेत-

  • चुनाव में दिल्ली से सीधी निगरानी, भूपेंद्र यादव करेंगे दौरे
  • टिकट उम्मीदवारी से ज्यादा संगठन को महत्व देना होगा
  • सिंधिया को भी मिलेगी मजबूती, दरकिनार करने पर विराम
  • क्षेत्रीय क्षत्रपों को समन्वय करना होगा, घड़ेबाजी नहीं चलेगी
  • वीडी शर्मा को ताकत मिलेगी, अस्थिरता और अटकलों पर विराम संभव
  • तोमर-शिवराज सहित सभी का अपना महत्व समन्वय जरूरी
  • बूथ प्रबंधन हम मिलकर निचले स्तर तक काम करना होगा