10 Days No Bag: स्कूलों में बैग के बिना दस दिन होगी पढ़ाई, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जारी किए निर्देश

स्कूलों में अध्ययन को एक मजेदार, तनाव मुक्त अनुभव में तब्दील करना है उद्देश्य

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 (एनईपी) की चौथी वर्षगांठ के मौके पर राजधानी में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में स्कूलों में बैग के बिना दस दिन पढ़ाई को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इनका उद्देश्य स्कूलों में अध्ययन को एक मजेदार, तनाव मुक्त अनुभव में तब्दील करना है। 

यहां बता दें कि इन दिशानिर्देशों को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने तैयार किया है। इनकी सिफारिश एनईपी में की गई थी। नीति में कहा गया था कि कक्षा 6-8 के सभी छात्र 10 दिवसीय बस्ती रहित अवधि में भाग लें। बस्ता रहित दिवस को सालभर प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें कला, प्रश्नोत्तरी, खेल और कौशल आधारित शिक्षा जैसी गतिविधियां मुख्य रूप से शामिल रहेंगी। छात्रों को कक्षा के बाहर की गतिविधियों से समय- समय पर अवगत कराया जाएगा।


स्कूलों में अध्ययन को एक मजेदार अनुभव में तब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि कार्यक्रम में केंदीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद प्रधान ने अपने संदेश में कहा कि एनईपी की चार साल की यात्रा देश की शिक्षा प्रणाली में परिवर्तनकारी बदलाव ला रही है। जिससे छात्रों की नई पीढ़ी का पोषण हो सके। 


यह सीखने के परिदृश्य को बदलने, देश के जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग करने, आबादी को सशक्त बनाने और सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि एनईपी के क्रियान्वयन ने अध्ययन को और अधिक जीवत बना दिया है। इसके अलावा उन्होंने देश को 21 वीं सदी की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए नीति को शत-प्रतिशत लागू करने की प्रतिबद्धता दोहराई।


अन्य कदमों का हुआ शुभारंभ
मंत्रालय ने बताया कि समारोह में राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़ी हुए कई अन्य कदमों का भी शुभारंभ किया गया। इसमें विभिन्न भारतीय भाषाओं को सीखने की सुविधा के लिए समर्पित टीवी चैनल, एक तमिल चैनल, करियर मार्गदर्शन दिशानिर्देश और राष्ट्रीय मार्गदर्शन मिशन और एनपीएसटी शामिल हैं। छात्रों और शिक्षकों के बीच भारतीय ज्ञान प्रणाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चार पुस्तकों और व्याख्यान नोट्स का भी अनावरण किया गया।