MP News: केजेएस इच्छापूर्ति धाम मैहर में हुआ सस्वर सुन्दरकाण्ड पाठ एवं मनोहारी दीपोत्सव

श्रीराम दरबार झांकी सजाई गई,  राम नाम के जयकारों से घंटों गूंजता रहा मंदिर परिसर
 
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Icchapurti Temple Maihar

मैहरकेजेएस सीमेंट राजनगर मैहर के इच्छापूर्ति मंदिर में सस्वर सुन्दरकाण्ड के आयोजन के बाद मनोहारी दीपोत्सव मनाया गया। अयोध्या में रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के आयोजन के उपलक्ष्य में सोमवार को मैहर में समूचे इच्छापूर्ति धाम ( Icchapurti Temple Maihar) को फूलों एवं रंगीन रोशनियों से सजाया गया। 

केजेएस इच्छापूर्ति धाम

इस मंदिर में मां दुर्गा, भगवान लक्ष्मीनारायण, गौरीशंकर, हनुमान जी एवं राम दरबार के दिव्य विग्रह विराजमान हैं ! श्रीराम दरबार झांकी की खासतौर से सजावट की गई।  केजेएस सीमेंट ( KJS Cement ) के कर्मचारियों एवं उनके परिजनों सहित भारी संख्या में बाहर से आए दर्शनार्थियों ने यहां दीपोत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और समस्त मंदिर परिसर राम-नाम के जयकारों से गूंज उठा। 

श्रीराम दरबार झांकी की खासतौर से सजावट की गई।

कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी निरंजन शर्मा ने बताया कि केजेएस मंदिर का निर्माण राजस्थान के उसी बंशी पहाड़पुर क्षेत्र के बेशकीमती पत्थर से हुआ है जो पत्थर अयोध्या में रामलला के मंदिर में भी इस्तेमाल किया गया है।  पहाड़पुर के इस पत्थर की खासियत है कि यह हजारों सालों तक खराब नहीं होता और न ही इसकी चमक पर कोई असर पड़ता है। केजेएस सीमेंट के चेयरमैन पवन अहलूवालिया के संरक्षण एवं निर्देशन में कार्यकारी निदेशक कर्नल (रि) नीरज वर्मा ने अपने अधीनस्थों सहित सोमवार को दिनभर चले पूजा पाठ व दीपोत्सव का सफल आयोजन किया। 

श्रद्धालुओं ने दीपोत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया

कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी कुशल सिंह सिंघवी, राजपाल सिंह राणा, टीसी जैन, बीके त्रिपाठी, विजय सिंह राठौड़, अनिल राय, सत्येंद्र राय, धीरज श्रीवास्तव, बिरंचि गाइन, वैभव श्रीवास्तव, डॉ. टीएस बघेल, मुनेन्द्र मिश्रा, अखिलेश सिंह, डॉ विपिन सिंह पुंढीर, रवि मिश्रा, प्रकाश करण एवं अशोक भट्ट आदि सपरिवार आयोजन में शरीक हुए।  एचआर विभाग के महाप्रबंधक राजेश शर्मा, विवेक मिश्रा, पियूष त्रिपाठी, स्वपना जैन, मनीष सिंह मोनू, ब्रजेन्द्र तिवारी, धीरज शुक्ला, रोहण सिंह यादव, अजयकांत त्रिपाठी एवं सेफ्टी विभाग के कर्मचारियों का आयोजन को सफल बनाने में उल्लेखनीय योगदान रहा। 

इच्छापूर्ति धाम को फूलों एवं रंगीन रोशनियों से सजाया गया।
 

दिन भर चला पूजा- पाठ।