Bhupesh Baghel का सियासी खेल: Nandkumar Sai की कांग्रेस में एंट्री; TS Singhdeo पर निगाहें, BJP पर निशाना

Chhattisgarh Politics: आदिवासी बाहुल्य सरगुजा क्षेत्र में अब कांग्रेस के दो बड़े नेता टीएस सिंह देव और नंदकुमार साय
 
 | 
sa

छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) में बीजेपी ( BJP ) के कद्दावर नेता रहे नंदकुमार साय ( Nandkumar Sai ) द्वारा कांग्रेस का दामन थाम लेने के बाद छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) की सियासत ने एक नई करवट ले ली है हालांकि उनके कांग्रेस ( Congress ) में शामिल होने का बीजेपी और कांग्रेस ( Congress ) में क्या असर पड़ता है यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन इतना तो तय है कि साय ( Nandkumar Sai ) के कांग्रेस ( Congress ) में शामिल होने के बाद छत्तीसगढ़ बीजेपी ( BJP ) को करारा झटका लगा है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh )  में भाजपा ( BJP ) के दिग्गज नेता नंदकुमार साय ( Nandkumar Sai ) ने विगत रविवार को बीजेपी ( BJP ) से इस्तीफा देने के अगले दिन कांग्रेस ( Congress ) की सदस्यता ग्रहण कर ली। सियासी समीक्षकों की माने तो कांग्रेस ( Congress ) में उनकी एंट्री दो कारणों से महत्वपूर्ण है। एक तो वो बीजेपी ( BJP ) के पुराने नेता रहे हैं। शुरुआती दौर से अब तक पार्टी ( BJP ) के लिए काम करने के बाद साय ( Nandkumar Sai ) ने अपने रास्ते अलग कर लिए। दूसरा यह कि वे छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) के आदिवासी बहुल सरगुजा क्षेत्र से आते हैं। 

s

 एक तीर से दो निशाने 
दरअसल, कांग्रेस ( Congress ) के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव ( TS Singhdeo ) भी इसी इलाके से आते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सिंहदेव ( TS Singhdeo ) के बीच मतभेद की खबरें आम हैं। माना जा रहा है कि सरगुजा क्षेत्र में सिंहदेव ( TS Singhdeo ) का प्रभाव कम करने के लिए भूपेश बघेल खेमे ने नंदकुमार साय ( Nandkumar Sai ) की कांग्रेस ( Congress ) में एंट्री कराई है।

 समय आने पर देखेंगे किसका है प्रभाव 
मीडिया ने जब इस संबंध में नंदकुमार साय ( Nandkumar Sai ) से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि सिंहदेव ( TS Singhdeo ) पुराने नेता हैं। अब तक वे दोनों विरोधी खेमे में थे। अब एक ही पार्टी के लिए काम करेंगे। समय आने पर देखा जाएगा कि किसका कितना प्रभाव पड़ेगा।

sa

 मिलकर करेंगे काम 
नंदकुमार साय ( Nandkumar Sai ) ने यह भी कहा कि बड़े-बड़े नेता एक साथ मिलकर काम करते रहे हैं। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है, न ही कुछ खास अंतर पड़ने वाला है। खैर, यह तो आने वाले समय आने पर ही पता चलेगा कि सिंहदेव ( TS Singhdeo ) और उनके एक साथ काम करने का क्या असर पड़ेगा।

 बात तक नहीं की 
मीडिया से चर्चा में साय ( Nandkumar Sai ) का अपनी पुरानी पार्टी ( BJP ) के लोगों को लेकर भी दर्द छलका। उन्होंने कहा कि वे करीब एक साल से बीजेपी ( BJP ) के बड़े नेताओं से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने पार्टी के कर्ता-धर्ताओं को संदेश दिया कि छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) में बीजेपी ( BJP ) कमजोर हो रही है। वे इसके लिए बात करना चाहते हैं। जवाब में उन्हें कहा गया कि उनसे मिलने के लिए योजना बना रहे हैं।

sasa

 इस्तीफे के बाद भी किसी ने नहीं पूछा
 नंदकुमार साय ( Nandkumar Sai ) ने यह भी कहा कि 10-11 महीने से बीजेपी ( BJP ) में उनकी किसी से बात तक नहीं हुई। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद भी उन्हें किसी ने फोन तक नहीं किया। वे इंतजार करते रहे कि कोई जवाब आएगा। राज्य में विधानसभा चुनाव में अब पांच महीने का समय बचा है। बीजेपी ( BJP ) की इसको लेकर क्या योजना है, उन्हें कोई जानकारी नहीं है।