अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में बिजली गुल होने से, 4 नवजात बच्चों की मौत

गुड मॉर्निंग डिजिटल। अंबिकापुर।अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अचानक बिजली चली गई, जिससे नवजात शिशु देखभाल इकाई (SNCU) वार्ड में भर्ती चार नवजातों की मौत हो गई। नवजातों की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है। नवजातों की मौत के बाद जिले के कलेक्टर, एसपी, निगम आयुक्त, एसडीएम, सीएमएचओ, अस्पताल अधीक्षक, विद्युत
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अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में बिजली गुल होने से, 4 नवजात बच्चों की मौत

गुड मॉर्निंग डिजिटल।
अंबिकापुर।अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अचानक बिजली चली गई, जिससे नवजात शिशु देखभाल इकाई (SNCU) वार्ड में भर्ती चार नवजातों की मौत हो गई। नवजातों की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है।

नवजातों की मौत के बाद जिले के कलेक्टर, एसपी, निगम आयुक्त, एसडीएम, सीएमएचओ, अस्पताल अधीक्षक, विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने एसएनसीयू का निरीक्षण किया और घटना का जायजा लिया। उधर, नवजात के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में बिजली गुल होने से, 4 नवजात बच्चों की मौत

अस्पताल प्रबंधन ने दी सफाई
परिजनों के आरोप को प्रबंधन ने खारिज कर दिया है. अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इन बच्चों में हार्ट प्रॉब्लम थी। जिनका जन्म समय से पहले हो गया था. जिसके चलते बच्चों को वेंटिलेटर पर रखा गया था. बिजली गुल होने से किसी भी प्रकार कोई समस्या नहीं हुई थी.

स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश
मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत की खबर पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अधिकारियों पर भड़के हैं. उन्होंने स्वास्थ्य सचिव आर प्रसन्ना को जांच के निर्देश दिए हैं. सिंहदेव ने कहा ‘सीएम से चॉपर का आग्रह किया है, चॉपर नहीं मिला तो सड़क मार्ग से तत्काल अंबिकापुर निकलूंगा.’ वहां पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी लूंगा.

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
बता दें सालभर पहले अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती 4 नवजात बच्चों की 3 घंटे के भीतर मौत हो गई थी. उस समय भी नवजात एसएनसीयू वार्ड में भर्ती थे. तब भी गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया था और अस्पताल के सामने की सड़क को जाम कर दिया था. एक साल पहली हुई इस घटना में भी अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगे थे. अब एक बार फिर बच्चों की मौत का मामला गंभीर है.

जांच के बाद ही सामने आएगी सच्चाई
4 नवजातों की मौत (4 Newborn death case) मामले में उनके परिजन व अस्पताल प्रबंधन के अपने-अपने दावे हैं। मौत के सही वजह जांच के बाद ही सामने आ पाएगी।