Babbar Lion Death in MP: बब्बर शेर 'जय' की मौत, लंबे समय से चल रहा था बीमार

मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले स्थित गांधी प्राणी उद्यान के राजा बब्बर शेर ने शनिवार को ली अंतिम सांस
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Babbar Lion Death in MP: बब्बर शेर 'जय' की मौत, लंबे समय से चल रहा था बीमार

मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित गांधी प्राणी उद्यान में शनिवार का दिन बेहद गमजदा है। इस उद्यान के राजा कहे जाने वाले बब्बर शेर जय की मौत हो गई है। जय काफी लंबे समय से बीमार चल रहा था। तकरीबन 1 पखवाड़े से उसने खाना-पीना भी कम कर दिया था, जिससे शरीर में काफी कमजोरी भी हो गई थी। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि यह उम्र का प्रभाव है जिसके चलते पाचन क्रिया में भी कमियां आने लगती हैं। यही कारण था कि उसने खाना बेहद कम कर दिया था।

 इस संबंध में www.livegoodmorning.com से चर्चा करते हुए ग्वालियर चिड़ियाघर के क्यूरेटर गौरव परिहार ने बताया कि बब्बर शेर जय को साल 2012 में ग्वालियर के चिड़ियाघर में लाया गया था। तभी से जय यही पर रह रहा था। वर्तमान में भी यहां पर फिलहाल पांच लाइन मौजूद हैं, जिनमें एक एडल्ट तीन बच्चे और एक मादा शेर मौजूद हैं। 

उन्होंने बताया कि जय और मादा शेर परी द्वारा हाल ही में 3 बच्चों को जन्म दिया गया था, जिनके नाम अर्जुन, तमन्ना और रानी हैं। 

बब्बर शेर की मौत हो जाने के बाद से मादा और उनके बच्चे काफी उदास नजर आ रहे हैं। दिन भर अठखेलियां करने वाले बच्चे आज काफी उदास दिख रहे हैं। उद्यान के डॉक्टर उपेंद्र यादव का कहना है कि जानवर सामूहिक रूप से अधिक रहते हैं। इसलिए उन्हें भी कहीं न कहीं किसी को खोने का एहसास तो होता ही है, लेकिन यह जल्दी ही भूल जाते हैं। इसलिए कुछ दिन बाद ही अपने आप रिकवर करने लग जाएंगे। 

लगभग 12 साल के दौरान जय से और भी जनरेशन ने जन्म लिया। जय ने शेरों के कुनबे को बढ़ाया। उन्होंने बताया कि लगभग 15 दिनों से जय ने मटन खाना बंद कर दिया था और सूप के सहारे ही था। इसके अलावा कभी-कभी वह भी नहीं पीता था। यह सब उम्र का प्रभाव है, जिसके चलते उसने बंद कर दिया था।

उद्यान के क्यूरेटर गौरव परिहार ने लाइव गुड मॉर्निंग डॉट कॉम ( www.livegoodmorning.com ) को यह भी बताया कि शेर का अंतिम संस्कार पोस्टमार्टम के बाद वन विभाग की टीम के समक्ष किया जाएगा। इस दौरान जय का दाह संस्कार कर उसे अंतिम विदाई दी जाएगी। सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हमारे पास हमारे क्षेत्र के हिसाब से शेरों की पर्याप्त संख्या है। इसलिए बाहर से किसी को लाने की आवश्यकता फिलहाल तो नहीं है। वर्तमान में भी हमारे पास 5 शेर मौजूद हैं।