Anuppur News: अनूपपुर के अमरकंटक में गीता जयंती के अवसर पर आयोजित हुआ गीता महोत्सव
श्रीमद् भगवद गीता एक अनूठा आध्यात्मिक मार्गदर्शी ग्रंथ: गौतम टेटवाल

हमारे लिए अच्छी संस्कृति, जीवन मूल्य और परंपराएं सर्वोपरि: दिलीप जायसवाल
अनूपपुर। मध्य प्रदेश शासन के तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने कहा है कि श्रीमद् भगवद गीता एक अनूठा आध्यात्मिक मार्गदर्शी ग्रंथ है। भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य वचनों में सम्पूर्ण जीवन की व्याख्या है।
संसार की समस्याओं और मनुष्य की व्यथाओं का समाधान है। 'गीताÓ की महिमा का शाब्दिक वर्णन करना कठिन काम है। मध्य प्रदेश शासन के तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल अनूपपुर जिले के अमरकंटक में गीता जयंती के अवसर पर आयोजित गीता महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश शासन के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश में सांस्कृतिक पुनरुद्धार और आध्यात्मिक नवजागरण के लिए अनूठे प्रयासों की श्रृंखला शुरू की है।
जो भगवान श्रीकृष्ण का जीवन चरित्र गीता में समाहित है और गीता सदैव हमारी प्रेरणा रही है, यही कारण है कि आज दुनिया की लाखों सभ्यताएं नष्ट भ्रष्ट हो गई परंतु हमारी हस्ती आज भी कायम है। हमने हमेशा आध्यात्म को सर माथे रखा। हमारे लिए अच्छी संस्कृति, जीवन मूल्य और परंपराएं सर्वोपरि हैं।
कार्यक्रम को धारकुंडी आश्रम के स्वामी लवलीन महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि गीता जयंती सद्कर्म, स्व-धर्म और सच्चे कर्तव्य पथ की प्रेरणा है। आज गीता जयंती का अवसर अद्भुत और अलौकिक ऊर्जा से परिपूर्ण है। मध्यप्रदेश में पहली बार ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
संत, महात्माओं का हुआ सम्मान
कार्यक्रम का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों अधिकारियों तथा साधु संतों द्वारा मां नर्मदा के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित, माल्यार्पण तथा कन्या पूजन कर किया गया। इस दौरान अमरकंटक के विभिन्न आश्रमों से पधारे पूज्य महंत तथा संत महात्माओं का साल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
मृत्युंजय आश्रम के बटुकों ने किया सस्वर वाचन
कार्यक्रम के दौरान मृत्युंजय आश्रम के बटुकों द्वारा श्रीमद् भगवत गीता के 11वें अध्याय का वाचन किया गया तथा गीता के वैश्विक प्रभाव एवं सार के संबंध में सभी को अवगत कराया गया।
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की दी गई प्रस्तुति
गीता जयंती महोत्सव में सरस्वती शिशु मंदिर अमरकंटक के पांच छात्रों द्वारा 'अच्युतम केशवम', कल्याणीका केंद्रीय शिक्षा निकेतन अमरकंटक के द्वारा 'यदा यदा ही धर्मस्य' के तहत एकल नृत्य, पीएमश्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरकंटक के नौ विद्यार्थियों द्वारा 'गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो' एरोबिक योगा, जवाहर नवोदय विद्यालय अमरकंटक के पांच विद्यार्थियों द्वारा 'कान्हा सो जा जरा', कल्याणिका केंद्रीय शिक्षा निकेतन अमरकंटक के 8 प्रतिभागियों द्वारा 'देवी गीत' तथा नवीन माध्यमिक शाला अमरकंटक के पांच छात्राओं द्वारा 'मधुबन में कन्हैया' गीत के तहत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, साधु संत एवं नागरिकों को मंत्रमुग्ध कर रही थीl
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में विधायक पुष्पराजगढ़ फुंदेलाल मार्को, कलेक्टर हर्षल पंचोली, पुलिस अधीक्षक मोतीउर रहमान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तन्मय वशिष्ठ शर्मा, नगर परिषद अध्यक्ष अमरकंटक पार्वती सिंह, विन्ध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष रामदास पुरी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ सुधाकर सिंह बघेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत गणेश पांडे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी अमरकंटक भूपेंद्र सिंह सहित जिले के अन्य संबंधित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, साधु संत गण, नागरिक तथा विद्यार्थी, पत्रकार उपस्थित रहे।