Amarkantak News: अमरकंटक के रामघाट तट में शुरु हुआ पांच दिनी नवाकुंडात्मक महारुद्र यज्ञ

संत समागम के साथ विशाल भंडारे का आनंद ले रहे श्रद्धालु

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Amarkantak

अमरकंटक। पावन पवित्र नगरी पुण्य सलिला मां नर्मदा जी के उद्गम स्थल अमरकंटक नगर के रामघाट तट पर 9 नवम्बर कार्तिक शुक्ल पक्ष अष्टमी श्रवण नक्षत्र से 13 नवंबर कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वादशी रेवती नक्षत्र 5 दिनी चातुर्मास के समापन समारोह का विष्णु महायज्ञ प्रारंभ हो गया उक्त आयोजन नर्मदा परिक्रमा वासी परम पूजनीय संत 1008 ज्ञानेश्वरानंद गिरि मावली के परम उपस्थिति में नगर के प्रमुख मार्गो से विशाल महिती शोभा यात्रा के साथ नर्मदा तट पूजन कर प्रारंभ हुई। 


इस पावन पुनीत अवसर पर आचार्य सुयश शिवपुरी बंडू नायक रूपेश शिवपुरी पीयूष शर्मा पुरोहितों द्वारा नवाकुंडात्मक महायज्ञ का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारणों के साथ शुरू हुआ। महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पुरुष महिला भक्त श्रद्धालु शिष्य गण इस अवसर पर शामिल होने के लिए आए हुए हैं। 

Anuppur
यज्ञ आहुति के लिए दूरस्थ अंचलों से महाराज के अनुयाई शिष्य भक्तगण भारी तादाद में अमरकंटक नगर आए हैं शोभा यात्रा कलश रखकर महिलाएं रथ यात्रा के साथ नाचते गाते हुए निकली इस अवसर पर संतो के प्रवचन आशीर्वचन तथा भक्ति श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी भी किया कराया जा रहा है उक्त धार्मिक आयोजन 5 दिनों तक निरंतर चलता रहेगा उल्लेखनीय है कि संत ज्ञानेश्वरानंद गिरी मावली महाराज जी का नर्मदा  पैदल परिक्रमा 3 वर्ष 3 मास 13 दिन की हुई है यह तीसरा चातुर्मास था जो समाप्त हो रहा है।