दिग्विजय सिंह का दावा- हिंदुओं की तुलना में घट रही है मुसलमानों की संख्या

MP के सागर में बोले पूर्व मुख्यमंत्री- RSS और उसके संगठन मुसलमानों की संख्या बढ़ने का करते हैं झूठा प्रचार
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दिग्विजय सिंह का दावा- हिंदुओं की तुलना में घट रही है मुसलमानों की संख्या

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला बोलते हुए नया दावा किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ का जो प्रचार है कि मुसलमानों की जनसंख्या बढ़ रही है, वह झूठ, गलत और अप्रमाणित है। मैं यह साबित कर सकता हूं कि हिंदुओं के मुकाबले मुसलमानों की संख्या तेजी से घट रही है। आरएसएस और उसके संगठन झूठा प्रचार करते हैं। यह सरासर झूठ है।  

सागर में पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरने की भरपूर कोशिश की। उन्हें फिलहाल मध्यप्रदेश की उन 70 सीटों पर संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी मिली है, जहां पार्टी लंबे समय से नहीं जीती है। वह पिछले तीन दिन सागर में बैठकें ले रहे हैं। गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान जातिगत जनगणना पर उनकी राय मांगी गई तो वे भाजपा और संघ पर टूट पड़े। उन्होंने कहा कि 2011 के बाद तो जनगणना ही नहीं है। पता होना चाहिए कि प्रदेश में ओबीसी कितने हैं। यह केंद्र का फैसला है और उसे जल्द से जल्द जनगणना करनी चाहिए। 2021 की जनगणना शुरू भी नहीं हो सकी है। 

शिवराज पर बरसे दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बहना योजना के जरिये महिलाओं के साथ धोखा कर रहे हैं। पिछले 20 साल में 15 महीने छोड़ दो तो भाजपा की सरकार रही है। 5, 10, 15 साल में जो घोषणापत्र किए, उन्हें उठाकर देख लीजिए। कोई वादा पूरा नहीं किया। जब चुनाव निकट आ गया तो नए-नए नारे, योजनाएं ला रहे हैं। लाड़ली बहना का साढ़े 18 साल तो ख्याल आया नहीं। बेरोजगारों को भत्ता यह ख्याल तो आया नहीं। कांग्रेस के कार्यकाल में 2003 में बेरोजगारों को भत्ता मिल रहा था। वह बंद कर दिया। घोषणा करना, लच्छेदार भाषण देना, नाटक-नौटंकी करना यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ट्रेडमार्क हो गया है। धीरे-धीरे लोगों का भरोसा अब उठने लगा है। 

ध्रुव सक्सेना और बलराम सिंह के जरिये उठाए सवाल
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की ही एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड ने भाजपा के आईटी सेल के ध्रुव सक्सेना और बजरंग दल सतना के बलराम सिंह को जासूसी के लिए पकड़ा था। 20 लोगों का ग्रुप था जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करते थे। उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा नहीं चला। हाईकोर्ट से जमानत मिली तो विरोध भी नहीं किया। अपील तक नहीं की। कैसे होने दी आपने इन लोगों की जमानत? भाजपा के लोग पुलिस अधिकारियों को पीट रहे हैं और कुछ नहीं होता। अरुणोदय चौबे ने प्रदर्शन किया तो उनके खिलाफ मुकदमा हो गया। गढ़ाकोटा में हत्या का आरोपी जमानत पर बाहर घूम रहा है। कांग्रेस की मीटिंग में आने से रोकने के लिए धमका रहा है। उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। 

सिंधिया के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ा
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर जाने से पार्टी पर क्या असर पड़ा, इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ग्वालियर-मुरैना में क्या हो रहा है, यह पता लगा लीजिए। सिंधिया के जाने से कांग्रेस पार्टी में शांति आई है। मतभेद भाजपा में चले गए हैं। नगरीय निकाय चुनाव परिणामों में इसकी झलक सबने देखी है।