Amit Shah Bhopal Visit: गृहमंत्री अमित शाह के अचानक भोपाल दौरे से बीजेपी में खलबली, बढ़ी बदलाव की अटकलें

मंगलवार शाम पहुंचेंगे भोपाल करीब 4 घंटे तक प्रदेश कार्यालय में करेंगे बैठकें

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amit shaha

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार की भोपाल  आएंगे। उनकी इस यात्रा से भाजपा का सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा के लिए मप्र की सत्ता में वापसी करना सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां पार्टी का संगठन मजबूत है और पिछले दो दशक से भाजपा सत्ता में है भाजपा सत्ता में है। अपवाद स्वरूप 15 महीने जरूर कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन लगातार हो रहे अपमान से व्यथित होकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए। इतना ही नहीं उनके साथ लगभग दो दर्जन आ रहे है।विधायक भी दल बदल कर भाजपा में आ गए है। 


आगामी लोकसभा चुनाव के पहले मप्र में विधानसभा चुनाव होना है। नवंबर में होने वाले यह चुनाव एक तरह से सेमीफाइनल होगा। इसी पर लोकसभा चुनाव का भी दारोमदार टिकेगा। इसी के मददेनजर पार्टी हाईकमान किसी भी कीमत पर मप्र में भाजपा की सरकार देखना चाहता है।


मानसून सत्र के कारण सभी विधायक भी भोपाल में
दो केंद्रीय मंत्रियों भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव को मप्र में चुनाव की कमान सौंपकर केंद्रीय नेतृत्व ने अपने इरादे साफ कर दिए है। इसी श्रृंखला में शाह मंगलवार शाम को अचानक भोपाल आ रहे हैं। मंगलवार से मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है इस दौरान सभी विधायक राजधानी में रहेंगे इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि वह विधायक दल की बैठक को भी संबोधित कर सकते हैं हालांकि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संगठन पदाधिकारियों की बैठक है जिसमें 4 चुनाव जीतने का मंत्र दे सकते हैं इसके साथ ही यह भी संभावना है कि शाह बैठक के बहाने कोई बड़ा संकेत या संदेश दे सकते हैं


बड़ी रणनीति का हिस्सा रहेगी बैठक
वहीं कुछ दिनों पहले कुछ राज्यों के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी बदले गए हैं। हाल ही में केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुलाकात के लिए दिल्ली भी बुलाया था। प्रदेश संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट काफी वक्त से चली आ रही है। प्रदेश में चुनाव की कमान भूपेन्द्र यादव को सौंपी गई है। लिहाजा अनुमान लगाया जा रहा है कि यादव को नई जिम्मेदारी प्रदेश संगठन की शाह के साथ बड़ी रणनीति का हिस्सा रहेगी ।