ऑनलाइन ठगों ने महाकाल की नगरी में होटल बुकिंग के नाम पर फैलाया अपना जाल

गुड मॉर्निंग डिजिटल। उज्जैन।उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु लगातार साइबर ठगों का निशाना बन रहे हैं। महाकाल लोक (Mahakal Lok) के विस्तार के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है जिसका फायदा अब ठग उठाने लगे हैं। सोशल मीडिया साइट पर होटल बुकिंग के नाम पर इन बदमाशों ने
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ऑनलाइन ठगों ने महाकाल की नगरी में होटल बुकिंग के नाम पर फैलाया अपना जाल

गुड मॉर्निंग डिजिटल।
उज्जैन।उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु लगातार साइबर ठगों का निशाना बन रहे हैं। महाकाल लोक (Mahakal Lok) के विस्तार के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है जिसका फायदा अब ठग उठाने लगे हैं। सोशल मीडिया साइट पर होटल बुकिंग के नाम पर इन बदमाशों ने अपने मोबाइल नंबर डाल रखे हैं। जब कोई श्रद्धालु इनसे ऑनलाइन बुकिंग के लिए संपर्क करता है तो यह उनसे धोखाधड़ी कर लेते हैं।

ऑनलाइन ठगों ने महाकाल की नगरी में होटल बुकिंग के नाम पर फैलाया अपना जाल

 

 

हाल ही में कुछ ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां होटल बुकिंग के नाम पर सोशल मीडिया साइट पर दिए गए नंबरों पर बात करने के बाद लोगों से ठगी हो गई। जब तक पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी की जानकारी लगती है यह बदमाश अपना नंबर बदल लेते हैं और सारा डाटा डिलीट कर देते हैं। कई लोग तो सबूत के अभाव में बदमाशों की शिकायत भी नहीं कर पाते हैं।

 

 

ताजा मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से आए श्रद्धाल के साथ हुआ। महाकाल क्षेत्र में होटल बुकिंग करवाने के लिए इन्होंने सोशल मीडिया साइट पर चेक किया। श्रीसूर्या धर्मशाला में एक कमरा बुक करने के लिए दिए गए नंबर पर इन्होंने 2800 रुपए का भुगतान किया। ठहरने के लिए होटल पहुंचे तो पता चला कि उनके नाम का कोई कमरा बुक ही नहीं हुआ है। ठगी का पता चलते ही यह महाकाल थाना और राज्य साइबर सेल के पास शिकायत करने के लिए पहुंचे।

एक और मामला उड़ीसा के श्रद्धालु के साथ हुआ जहां ऑनलाइन बुकिंग करने के लिए ठग ने 9 हजार रुपए एडवांस के तौर पर ले लिए। जब वह होटल पर पहुंचे तो यहां पर कमरे की बुकिंग ना होने की बात कही गई। इसके बाद पीड़ित ने महाकाल थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई।

बता दें कि ऑनलाइन ठगी को अंजाम दे रहे बदमाशों ने उज्जैन की होटलों के नाम पर फर्जी मैप तैयार कर खुद के नंबर डाल रखे हैं। जब भी कोई व्यक्ति इनसे बुकिंग के लिए संपर्क करता है तो वह ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवा लेते हैं और लेन-देन का सारा डाटा डिलीट कर देते हैं ताकि कोई भी उन्हें पकड़ ना सके। यह भी सामने आया है कि यह झारखंड और बिहार से जुड़े हुए ठगों का काम है।