'ना खाता ना बही, कमलनाथ बोलें वही सही' गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज करते हुए कहा

कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की कसमें खाते हुए कॉंग्रेस वालों का वीडियो देखा है, कमलनाथ की मध्य प्रदेश में कोई अहमियत नहीं है 
 
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Narottam mishra

मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व CM और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर तंज कसा है। छिंदवाड़ा में कांग्रेसियों के कसम खाने वाले वीडियो पर गृहमंत्री मिश्रा ने कहा- 'न खाता न बही, जो कमलनाथ कहें वहीं सही'...। गृहमंत्री ने कहा कि कमलनाथ ने लोकतंत्र का ही कबाड़ा कर दिया। मध्यप्रदेश में आबकारी नीति 2023-24 पर मुहर लगने के बाद बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर हमला बोला था। छिंदवाड़ा में उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश की छवि बदलकर मदिरा प्रदेश की कर दी है। यहां राशन महंगा और शराब सस्ती है। सरकार को विकास यात्रा की जगह हिसाब यात्रा निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आई, तो शिवराज सरकार के खर्चों का श्वेतपत्र लाएंगे। इधर, भोपाल में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने विकास यात्रा के खर्च पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद अब बीजेपी नेता भी कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं।

कमलनाथ को कोई अहमियत नहीं

Narottam

गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि पिता-पुत्र को मुख्यमंत्री - सांसद बनाने के लिए कांग्रेसियों का कसम खाने वाला वीडियो मैंने देखा । एक उद्योगपति सेठजी कांग्रेस के अध्यक्ष क्या बने, लोकतंत्र का ही कबाड़ा हो गया। न संसदीय दल बोर्ड की अहमियत हैं और न ही विधायक दल की बैठक की कोई अहमियत है। वाकई, कमलनाथ जी ने प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बन कर पार्टी के अंदरुनी लोकतंत्र का ही कबाड़ा कर दिया।

प्रदेश सरकार के पास नहीं 18 वर्षों का हिसाब बोले कमलनाथ 

कमलनाथ ने बुधवार को छिंदवाड़ा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक भी ली थी। उन्होंने कहा था कि प्रदेश सरकार 18 साल का हिसाब नहीं दे पा रही है और मुझसे 15 महीने का हिसाब मांगते हैं। किस बेशर्मी से यह जवाब मांग सकते हैं। साढ़े 11 महीने का हिसाब जनता के पास है। मैं जगह-जगह जाता हूं। जनता से सवाल करता हूं कि किसका कर्जा माफ हुआ है, तो जनता इसका जवाब देती है मुझे जवाब देने की क्या आवश्यकता है?

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पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा था कि किसानों को टमाटर का भाव नहीं मिल रहा। एक करोड़ नौजवान बेरोजगार हैं, लेकिन शिवराज सरकार एक लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कर रही है। सब घोषणाबाजी है। कमलनाथ ने कहा कि जो रिक्त पद हैं, वह आप कर्ज लेकर भर दीजिए। कमलनाथ ने कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो हम इनके खर्चों पर ने श्वेत पत्र लाएंगे। प्रदेश में अराजकता का माहौल है। ये लोग सोच रहे हैं कि यह मैनेजमेंट कर चुनाव जीत जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं होगा। मतदाता जागरूक हैं।