अमेरीका ने मार गिराया चीन का जासूसी गुब्बारा, बौखलाया ड्रैगन

अमेरिका ने शनिवार देर रात उत्तरी क्षेत्र के ऊपर चक्कर लगा रहे चीन के जासूसी गुब्बारे(Spy Balloon) को मार गिराया। अमेरिका ने सिर्फ एक मिसाइल दागकर इस स्पाई बैलून को अटलांटिक महासागर में गिरा दिया। साथ ही गुब्बारे के संवेदनशील मलबे को ढूंढने कर कब्जे में लेने के लिए एक टीम भी रवाना कर दी।
 

अमेरिका ने शनिवार देर रात उत्तरी क्षेत्र के ऊपर चक्कर लगा रहे चीन के जासूसी गुब्बारे(Spy Balloon) को मार गिराया। अमेरिका ने सिर्फ एक मिसाइल दागकर इस स्पाई बैलून को अटलांटिक महासागर में गिरा दिया। साथ ही गुब्बारे के संवेदनशील मलबे को ढूंढने कर कब्जे में लेने के लिए एक टीम भी रवाना कर दी। इस घटना पर अब चीन की भी प्रतिक्रिया आई है. चीन ने कहा, “हम इस मामले पर घोर असंतुष्टि जाहिर करते हैं और अमेरिका द्वारा एक मानवरहित नागरिक एयरशिप पर बलपूर्वक कार्रवाई करने का सख्त विरोध करते हैं।” चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को धमकाते हुए कहा, “हम इस मामले में जरूरी प्रतिक्रिया देने का अधिकार भी अपने पास सुनिश्चित रखते हैं।”

बायो वेपन की आशंका : Spy Balloon

अमेरिका में विपक्षी नेता जेम्स कॉमर ने आशंका जताई है कि इस बैलून में बायो वेपन तो नहीं था? उन्होंने बाइडेन प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि उनकी नाक के नीचे ये बैलून अमेरिका में अंदर तक कैसे चला आया? अमेरिका और कनाडा में काम करने वाला नार्थ अटलांटिक एयरोस्पेस डिफेंस कमांड और यूएस का उत्तरी कमांड इसे मॉनिटर कर रहा था. NORAD ने पहले इसे सिविल और मिलिट्री विमानों के लिए किसी तरह का खतरा नहीं माना था.

अमरीकी विदेश मंत्री ने रद्द की चीन की यात्रा

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने देश के हवाई क्षेत्र में स्पाई बैलून देखे जाने के बाद चीन की यात्रा रद्द कर दी थी. ब्लिंकन ने चाइनीज स्पाई बैलून को लेकर कहा था कि ये हमारी संप्रभुता का साफ तौर से उल्लंघन है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने बताया था कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को मंगलवार (31 जनवरी) को पहली बार स्पाई बैलून के बारे में जानकारी दी गई थी और वो राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से लगातार संपर्क में रहते हुए अपडेट ले रहे थे.

चीन ने स्पाई बैलून को लेकर दी थी सफाई :Spy Balloon

चीन (China) ने गुब्बारे को लेकर अमेरिका के दावे पर सफाई भी दी थी. शी जिनपिंग की सरकार ने कहा था कि ये सिविल बैलून है और मौसम संबंधित रिसर्च कार्य के इस्तेमाल किया जा रहा है. ये अमेरिका के हवाई क्षेत्र में भटक गया है. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा था, “हमने कभी भी किसी संप्रभु देश के इलाके या हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया है. अमेरिका (America) ने चीन को बदनाम करने के लिए इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है, जिसका हम विरोध करते हैं”.