Sidhi News: सीधी में मुख्यमंत्री की मुहिम को मिला जन-जन का साथ
जल गंगा संवर्धन अभियान से पुरानी जल संरचनाओं को मिला नया जीवन
सीधी। जल जीवन के लिए नितांत आवश्यक है। जल संरक्षण एवं जल संवर्धन को विशेष महत्व देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा 30 मार्च 2025 को पवित्र क्षिप्रा नदी के तट से जल गंगा संवर्धन अभियान का भव्य शुभारंभ किया गया।
जल गंगा संवर्धन अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य की जल संरचनाओं, नदियाँ, तालाब, कुएँ, बावड़ियाँ आदि का संरक्षण एवं पुनरुद्धार करना था।
अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल के निर्देशानुसार कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुमन राज के द्वारा अभियान के अंतर्गत पूर्व से निर्मित जल संरचनाओं के संरक्षण तथा संवर्धन के कार्य कराए गए। साथ ही नवीन जल संरचनाओं के निर्माण हेतु कार्यवाही की गयी।
अभियान के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने जिले में चार नदियों के उद्गम स्थलों में पूजन कर अभियान के प्रति लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया। जिले के प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायकगण, जनप्रतिनिधियों, जनअभियान परिषद तथा अन्य सामाजिक संस्थाओं के साथ आमजनता ने भी बढ़चढ़ कर भागीदारी निभाई।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में 1916 खेत तालाब, 400 डग वेल रिचार्ज पिट,37 अमृत सरोवर का लक्ष्य दिया गया था, जिसके परिपेक्ष्य में जिले में शत प्रतिशत कार्य स्वीकृत किए गए हैं। खेत तालाब के लक्ष्य के विरुद्ध 1159 खेत तालाब पूर्ण कराए गए।
इसी प्रकार स्वीकृत 473 डग वेल रिचार्ज पिट में से 298 के पूर्णता प्रमाण पत्र जारी हो चुके हैं एवं 115 डग वेल रिचार्ज पिट के कार्य भौतिक रूप से पूर्ण हो चुके हैं, शेष की पूर्णता की कार्यवाही की जा रही है।
जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान कराए गए कार्यों से जल स्तर मे अधिक वृद्धि हो सकेगी तथा वर्षाजल का खेत तालाबों में संग्रहण होने से हितग्राहियों के कृषि उपज में बढ़ोतरी होने से उनके जीवन स्तर एवं आजीविका में उन्नति होगी।
बना जन-जन का अभियान
मुख्यमंत्री के आह्वान पर मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग मध्य प्रदेश शासन के द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान को जन-जन का अभियान बनाने के लिए कार्य किया गया। 30 मार्च से लेकर 30 जून तक चलने वाले इस अभियान में जिला प्रशासन एवं समाज के सहयोग से जन अभियान परिषद के द्वारा जल संरक्षण की दिशा में अनेकों कार्य किए गए।
1500 जलदूत, पांच कुओ में स्वच्छता अभियान, 78 तालाबों की सफाई, 91 नदी तटों पर स्वच्छता का कार्यक्रम, 190 जल संगोष्ठी, 37 नुक्कड़ नाटक, 684 स्थान पर जल संरक्षण हेतु दीवार लेखन, 16 स्थान पर चित्रकला प्रतियोगिता, 134 रैली, इस प्रकार से पूरे जिले में उपरोक्त सभी कार्यक्रमों में 34254 लोगों की प्रतिभागिता की गई। सामाजिक संगठनों ने नदियों की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाकर श्रमदान किया।