Sidhi News: सीधी में मनाई गई भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, जिलेभर में उत्साह का माहौल

भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी स्वाभिमान, संघर्ष और संगठन के महान प्रतीक: डॉ राजेश मिश्रा 

 

सांसद बोले- भगवान बिरसा मुंडा के आदर्श-स्वाभिमान, समानता, जल-जंगल-जमीन की सुरक्षा और राष्ट्रभक्ति-आज भी प्रासंगिक

सीधी। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में पूरे जिले में जनजातीय गौरव दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। जिला स्तरीय मुख्य कार्यक्रम पीएमश्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टमसार में भव्य रूप से आयोजित किया गया।

 

 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, अध्यक्ष के रूप में विधायक धौहनी कुंवर सिंह टेकाम, विधायक रीती पाठक, विधायक विश्वामित्र पाठक, पूर्व विधायक शरदेंदु तिवारी, समाजसेवी देव कुमार सिंह चौहान सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। 


समारोह में उत्साह का संचार 
सभी अतिथियों ने भगवान बिरसा मुंडा के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बंका बैगा सहित अन्य आदिवासी वीरों को नमन किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी दिखाया गया, जिससे स्थानीय जनों में उत्साह का संचार हुआ और समारोह का माहौल और अधिक ऊर्जावान बन गया।


क्षेत्र में मिल रही नई गति 

सांसद डॉ. मिश्रा ने भगवान बिरसा मुंडा को आदिवासी स्वाभिमान, संघर्ष और संगठन के महान प्रतीक के रूप में याद किया। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का जीवन हमें यह संदेश देता है कि अपनी संस्कृति, अपने अधिकारों और अपनी पहचान की रक्षा के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और एकता सबसे बड़ा बल है।

उन्होंने केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी पहल का उल्लेख करते हुए बताया कि आदिवासी समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और विकास के प्रत्येक क्षेत्र में नई गति मिल रही है।


सांसद डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया जाना बिरसा मुंडा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है, जो पूरे देश में जनजातीय संस्कृति और गौरव को नई पहचान देता है।

विधायक श्री टेकाम ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी समाज की अस्मिता, स्वाभिमान और संघर्ष के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं। जनजातीय गौरव दिवस अपने इतिहास और महापुरुषों को याद करने का अवसर है।

विधायक सीधी रीती पाठक ने कहा कि बिरसा मुंडा ने अपने व्यक्तिगत जीवन से ऊपर उठकर समाज और राष्ट्र के लिए संघर्ष किया। प्रधानमंत्री द्वारा उनके जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया जाना उनके सम्मान में ऐतिहासिक निर्णय है।

गणमान्य नागरिकों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन प्राध्यापक डॉ. के.एस. नेताम द्वारा दिया गया। तत्पश्चात भानु प्रताप सिंह ने संबोधित किया। इस अवसर पर जनजातीय समाज के उत्कृष्ट योगदानकर्ताओं, विद्यार्थियों, अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों को सम्मानित किया गया। 

लोक कलाकारों और विद्यार्थियों द्वारा जनजातीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हुए आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।


ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष कुसमी श्यामवती सिंह, उपाध्यक्ष भूपाल सिंह, जिला पंचायत सदस्य हीराबाई सिंह, पूजा सिंह कुशराम, जनपद सदस्य जमुनी देवी सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

प्रशासन से कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी, जिला पंचायत सीईओ शैलेन्द्र सिंह सोलंकी, एसडीएम कुसमी विकास आनंद, नोडल अधिकारी एसएन द्विवेदी, सीईओ जनपद पंचायत ज्ञानेंद्र मिश्रा सहित अधिकारीगण, ग्रामीणजन और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

कार्यक्रम ने भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने, जनजातीय संस्कृति के सम्मान को मजबूत करने और समाज में जागरुकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।