Singrauli News: सिंगरौली में एनटीपीसी विंध्याचल ने सूर्या नाला पर बनाया चेक डैम

'स्वच्छ भारत' की थीम पर निकाली स्वच्छता रैली

 

सिंगरौली। एनटीपीसी विंध्याचल ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक और अहम पहल करते हुए सुर्या नाला पर चेक डैम का निर्माण किया है। यह नाला रिहंद जलाशय (गोविंद बल्लभ पंत सागर) से जुड़ा हुआ है। इस परियोजना का उद्देश्य जल संरक्षण को बढ़ावा देना और आसपास के जल स्रोतों की गुणवत्ता में सुधार लाना है। यह चेक डैम जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत बनाया गया है, जो जल स्रोतों के संरक्षण, पुनर्जीवन और जनसहभागिता को बढ़ावा देने वाला एक महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम है।

 


इस चेक डैम का उद्घाटन संजीव मेहरा, क्षेत्रीय अधिकारी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सिंगरौली) द्वारा किया गया। इस अवसर पर एजे राजकुमार, महाप्रबंधक (रखरखाव एवं प्रशासन) तथा ईएमजी और ऐश डाइक प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौजूद रहे। 

 


एनटीपीसी विंध्याचल की यह पहल न केवल जल गुणवत्ता सुधारने में सहायक होगी, बल्कि यह जल संरक्षण में औद्योगिक संस्थानों की सक्रिय भूमिका का भी प्रमाण है। यह परियोजना आने वाले समय में क्षेत्रीय पारिस्थितिकी और जल आपूर्ति को स्थायित्व प्रदान करेगी।


'स्वच्छ भारत' थीम पर निकली स्वच्छता रैली


स्वच्छता ही सेवा 2025 अभियान के अंतर्गत, एनटीपीसी विंध्याचल ने आज अपने टाउनशिप परिसर में एक प्रेरणादायक स्वच्छता रैली का आयोजन किया। इस रैली में एनटीपीसी के अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिजनों के साथ-साथ सीआईएसएफ, यूनियन तथा एसोसिएशन प्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। रैली का नेतृत्व ई. सत्य फणि कुमार, कार्यकारी निदेशक ने किया।


इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें संजीब कुमार साहा (महाप्रबंधक - प्रचालन एवं अनुरक्षण), डीके अग्रवाल (महाप्रबंधक - संविदा एवं सामग्री), राजशेखर पाला (महाप्रबंधक - प्रचालन), एजे राजकुमार (महाप्रबंधक - अनुरक्षण एवं एडीएम) और राकेश अरोड़ा (मानव संसाधन प्रमुख, विंध्याचल) शामिल रहे।


रैली के दौरान टाउनशिप में स्वच्छता के नारे गूंज उठे, जिन्होंने न केवल वहां मौजूद लोगों को प्रेरित किया, बल्कि साफ-सफाई, पर्यावरणीय चेतना और सामाजिक भागीदारी के महत्व को भी उजागर किया। यह आयोजन एनटीपीसी विंध्याचल की स्थायी विकास और स्वच्छ भारत के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। एनटीपीसी विंध्याचल, देश की सबसे बड़ी ताप विद्युत परियोजनाओं में से एक होने के नाते, स्वच्छता और पर्यावरण सरंक्षण के प्रति अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को गंभीरता से निभाता है।