Singrauli News: सिंगरौली जिले में शव वाहन चौथे दिन भी ठप, सात महीने से नहीं मिला भुगतान

आउट सोर्स संचालक एवं समन्वयक ने एक सप्ताह पहले सीएमएचओ को लिखित तौर पर कराया था अवगत

 

सिंगरौली। सिंगरौली जिले में लगे 3 शव वाहनों के संचालकों को सात महीने से भुगतान न मिलने के कारण 1 नवम्बर से सेवाएं ठप कर दी गई है। वहीं करीब 12 घंटे के अधिक समय तक पांच शव पीएम घर में पड़े रहे। गौरतलब है कि जिला चिकित्सालस समेत देवसर एवं चितरंगी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द में कुल 3 शव वाहन आउट सोर्स के माध्यम से मुहैया कराया गया है। किन्तु आउट सोर्स के संचालक व समन्वयक अभिषेक पाण्डेय ने पिछले माह की 23 अक्टूबर को सीएमएचओ सिंगरौली को पत्र लिखकर अवगत कराया था कि 7 महीने से भुगतान नही मिला है। 


बताया गया है कि चालक को पारिश्रमिक भुगतान भी नही हो पा रहा है और वाहनों का मरम्मत के साथ-साथ ईधन का भी व्यवस्था करने में असमर्थ हैं। 1 नवम्बर से उक्त सेवाएं बन्द किए जाने से जिला चिकित्सालय के पीएम कक्ष में कल से ही पॉच शव पड़े रहे। मृतक के परिजन उक्त शव को ले जाने के लिए आज दोपहर बाद खुद किराया के वाहन का इंतजामात किए। इस दौरान मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन एवं प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया।


दिन भर भटकते रहे मृतकों के परिजन
सिंगरौली जिले में शव वाहन व्यवस्था आज सोमवार को भी ठप है। गमगीन माहौल में शव जिला चिकित्सालय बैढ़न के पीएम कक्ष में मृतक के परिजन इस बात का इंतजार करते रहे कि कब शव वाहन आएगा और अंतिम संस्कार के लिए घर ले जाए। बताया गया है कि गत दिवस पांच शव काफी देर तक रखे थे। जिसमें मोरवा अंचल के मृतक शिवराम बैगा, कैलाश प्रसाद के साथ-साथ कचनी के बालेश्वर चौहान समेत दो अन्य शव माड़ा एवं जयंत इलाके के थे। जहां वे अंतिम संस्कार के इंतजार करते रहे। 


बताया जा रहा है कि मृतक के परिजनों को जब इस बात की जानकारी लगी कि अब शासकीय शव वाहन नहीं मिलेगा तब वें खुद किराए से दूसरे वाहन तय कर शव को अपने-अपने घर ले गए। वही विपक्षी दल कंाग्रेस जिला अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र द्विवेदी एवं आप जिला अध्यक्ष रतिभान ने सरकार एवं जिला प्रशासन को जमकर कोसा है।


इनका कहना है-
जिले में 3 शव वाहन आउट सोर्स से लगे हुए हैं। 7 महीने से भुगतान न होने के कारण सेवाएं बन्द है। प्रयास जारी है कि जल्द से जल्द लंबित भुगतान करा दिया जाए। इसके लिए कार्रवाई जारी है।
-डॉ. एनके जैन 
सीएमएचओ, सिंगरौली